दलहन उत्पादन से किसान सुधार सकते हैं आजीविका
कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडग़ढ़ की ओर से बुधवार को आछोड़ा गांव में प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया।
दलहन उत्पादन से किसान सुधार सकते हैं आजीविका
चित्तौडग़ढ़
कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडग़ढ़ की ओर से बुधवार को आछोड़ा गांव में प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत आयोजित कार्यक्रम में ३१ किसानों ने भाग लिया। केन्द्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ. राजेश जलवानिया ने कहा कि उड़द की उन्नत किस्म प्रताप उड़द-1 का आछोड़ा गांव में 15 किसानो के 6.0 हैक्टेयर क्षेत्र में प्रथम पंक्ति प्रदर्शन लगाए गए। इस प्रदर्शन में बीज उपचार ट्राइकोड्रमा (जैविक फफूंद नाशक) व राइजोबियम व पी.एस.बी. कल्चर से किया गया। यह किस्म उखटा व जड़ गलन के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है। पौध संरक्षण में पीलेपन के लिए इमिडाक्लोराप्रिड रसायन का छिड़काव करवाया गया। उन्होंने कहा कि किसानो को उपज का उचित मूल्य नहीं मिलता है, इसलिए किसान उच्च किस्म के उत्पादित (प्रताप उड़द-1) बीज को अन्य किसानों को बेचान करें। जिससे उनकी आजीविका में सुधार होगा। केन्द्र के सहायक कर्मचारी बनवारीलाल मेहर ने प्रक्षेत्र दिवस में उपस्थित किसानों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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