सूचना पर मौके पर पुलिस मौके पर पहुंची एवं शव को मोर्चरी रूम में रखवाया गया है। अभी तक हत्यारों का सुराग नहीं लग पाया है। हमीरवास थानाधिकारी तेजवंतसिंह ने बताया कि गांव नेशल छोटी निवासी देवेन्द्र कुमार ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि दो अप्रेल की रात साढे नौ बजे उसके चचेरे भाई नरेश उर्फ झिंडा के साथ वह घर के आगे खड़े थे।
तभी दो जीप में सवार होकर आए ढाणी मौजी गांव निवासी सीताराम गोस्वामी एवं अनिल पूनिया, रड़वा गांव निवासी रविन्द्र सांगवान, जैतपुरा निवासी पुष्पेन्द्र स्वामी व भूपेन्द्र स्वामी, देवीपुरा निवासी जयप्रकाश, थिरपाली निवासी संदीप गुर्जर, सूरतपुरा निवासी संजय, लीलावठी निवासी रमेश ख्यालिया, किरतान का बास निवासी विजेन्द्र उर्फ कालू, बैरासर बड़ा निवासी पृथ्वी मेघवाल एवं चार-पांच अन्य युवक आए, जो झुंझुनूं जिले में बोले जाने वाली भाषा में बात कर रहे थे।
सभी के हाथों में लोहे की राड़ एवं सरिए थे एवं गाड़ी से नीचे उतरकर नरेश उर्फ झिंडा से मारपीट शुरू कर दी। बीचबचाव का भी प्रयास किया। आरोपी युवक का अपहरण कर कैंपर गाड़ी में डालकर फरार हो गए। घटना के बाद परिवार के लोगों के साथ तलाश भी की।