कट्टा खुलने से बाहर आया शव
नवजात बालिका को प्लास्टिक कट्टे में डालकर तथा कट्टे में कचरा और प्याज भरकर इस तरीके से फेंका गया था कि किसी को बालिका के शव का पता ना चल सके। लेकिन ऊपर वाले का चमत्कार ही था कि कट्टा खुल गया तथा बालिका का शव नजर आने लगा। लोगों ने कहा कि ऐसा जुल्म करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी जरूरी है। ताकि समाज में बालिका को बचाने का संदेश मिल सके। ग्रामीणों ने कहा कि एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जा रहा है, दूसरी तरफ ऐसा मानवता को शर्म करने वाला काम हो रहा है।पुलिस ने किया मामला दर्ज
थाना अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में गांव ददरेवा निवासी मोहमद हासिम ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि उसका खेत ददरेवा गांव की रोही में सडक़ किनारे है। जहां वह करीबन शाम 4 बजे खेत में लकड़ियां लाने के लिए गया था। खेत में डोल की आड़ में पहुंचा तो देखा कि कचरे में एक नवजात बालिका का शव पड़ा हुआ है। भीषण गर्मी में तपती दोपहर के समय कोई अज्ञात व्यक्ति डाल कर गया है। प्रारंभिक तौर पर देखने पर लग रहा है बालिका का जन्म घर पर ही हुआ है। जन्म के कुछ समय बाद ही उसे वहां पर डाला गया है।
पुष्पेन्द्र सिंह झाझडिया थाना अधिकारी सादुलपुर, चूरु