रेल राज्यमंत्री के आगमन से पूर्व दिल्ली सरायरोहिल्ला-भगत की कोठी के मध्य चलने वाली ट्रेन रविवार को देरी से चली। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्लेटफॉर्म की कमी के कारण मजबूरी में रेलगाडिय़ों को सादुलपुर के आउटर पर भी रोक देना पड़ता है। ट्रेन आने के कुछ समय पूर्व प्लेटफार्म भी बदलने की घोषणा करनी पड़ती है।
मंत्री के आगमन पर सादुलपुर रेलवे स्टेशन पर उस स्थान पर रातोंरात करीब सौ से ज्यादा पौधे लगाए गए, जहां पर निकट भविष्य में प्लेटफार्म निर्माण का कार्य शुरू होना है। रेल प्रशासन की ओर से लगावाए गए पौधे तथा इन पर व्यय की गई राशि जनता में चर्चा का विषय बनी रही।
सादुलपुर जंक्शन पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ देखते हुए रेल प्रशासन की ओर से दो एटीवीएम मशीन लगाई गई है।
जिनमें से एक मशीन खराब पड़ी है। इस बारे में यात्रियों ने रेलवे अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करवाया। लेकिन किसी ने कोई आश्वासन नहीं दिया। इस कारण क्षेत्र के लोगों में काफी नाराजगी भी देखी गई।
सादुलपुर में आयोजित समारोह के बाद रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन, सांसद राहुल कस्वा, सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती तथा डीआरएम अजय कुमार दुबे ने सादुलपुर से सीकर के लिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह त्रीसाप्ताहिक ट्रेन श्रीगंगानगर-सीकर के मध्य संचालित होगी। जिसे सादुलपुर से दोपहर एक बजे रवाना कर शुरूआत कर दी गई। प्रथम दिन ट्रेन को लेकर हनुमानगढ़ के पायलट इमीचंद रवाना हुए। जबकि इस ट्रेन में गार्ड परमजीत सिंह धालीवार थे। मंत्री सांसद के आवास पर गए। यहां समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष कमला कस्वा ने उनका स्वागत किया।
– सादुलपुर से दिल्ली के लिए प्रात:कालीन एक्सप्रेस टे्रन चलाई जाए।
– चूरू-हिसार के मध्य डेमो ट्रेन चलाएं। ताकि यात्रियों को कोई परेशानी ना हो।
– सादुलपुर एवं भादरा जंक्शन पर आदर्श रेलवे स्टेशन के अनुरूप यात्रियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए।
– सादुलपुर जंक्शन पर प्लेटफॉर्म नंबर एक व दो का निर्माण करवाया जाए।
– रेवाड़ी रेलमार्ग पर स्थित गांव कांधराण में रेलवे अंडरपास बनवाया जाए।