बदलते नियमों के साथ क्रिकेट का खेल भी कई मायनों में अब बदल गया है। वर्तमान में क्रिकेट का प्रारूप देख जाए तो गेंदबाजों की अपेक्षा बल्लेबाज अपने से ज्यादा कमाल दिखाने लगे हैं। लेकिन अगर बात करें 30 के दशक की तो उस वक्त ऐसा नहीं था, बल्लेबाज उस वक्त अपनी बल्लेबाजी के दौरान जूझते नजर आते थे। वो ऐसा दौर था जब भारत में क्रिकेट की शुरुआत ही हुई थी। उस वक्त क्रिकेट के मैदान पर किसी गेंदबाज की गेंद पर सिक्सर मरना बहुत बड़ी उपलब्धि माना जाता था।
लेकिन आज हम आपको उस दौर के ऐसे खिलाड़ी और उसके द्वारा जड़े गए सिक्सर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप हैरान रह जायेंगे। हम सभी जानते हैं कि क्रिकेट के मैदान पर सिक्सर-किंग यानी छक्कों का बादशाह बनने की ख्हाविश हर बल्लेबाज में होती है। किसी क्रिकेटर के बल्ले से एक भी छक्का लगते ही स्टेडियम में फैन्स खुशी से झूमने लग जाते हैं। क्रिकेट के इतिहास में अब तक कई ऐसे बल्लेबाज हुए, जिन्होंने सिक्स लगाकर मैच को जिताया। जब कोई बल्लेबाज सिक्स लगाते हुए बॉल को स्टेडियम से बाहर कर देता है तो उसके चर्चे खूब होने लगते हैं। लेकिन क्या कभी आपने ये सुना है कि किसी बल्लेबाज ने ऐसा सिक्स लगाया, जिससे गेंद सीधे दूसरे शहर जाकर गिरी। जी हां, ऐसा सच में हुआ था वो भी भारत-इंग्लैंड के बीच वर्वीकशेयर में खेले गए मैच में। उस मैच में भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू ने ऐसा सिक्स लगाया कि वो इतिहास में दर्ज हो गया। ये ऐसा रिकॉर्ड है, जिसे आज तक कोई भी दोहरा नहीं सका है।
हुआ यूं कि जिस स्टेडियम में मैच खेला जा रहा था उसके पास एक नदी थी, जिसके दूसरी ओर व्रस्टेशेयर शहर। सीके नायडू ने एक गेंद पर इतना लंबा सिक्स जड़ा कि बॉल सीधे नदी को पार करते हुए व्रस्टशेयर में पहुंच गई। खास बात ये थी कि ये उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का इकलौता छक्का था।
बता दें कि भारत की प्रथम टैस्ट टीम के कप्तान सी. के. नायडू का जन्म 13 अक्टूबर, 1895 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था। कर्नल कोट्टारी कंकैया नायडू को प्यार से सभी लोग सी. के. कहकर पुकारा करते थे। भारत के प्रथम टेस्ट मैच में वह भारतीय टीम के कप्तान थे यह मैच 1932 में इंग्लैंड के विरुद्ध खेला गया था। इंग्लैंड की टीम पूरी तरह मजबूत थी, लेकिन सी. के. नायडू की कप्तानी में भारतीय टीम ने जमकर उनका मुक़ाबला किया। इनकी लम्बाई छह फुट था। ये दाहिने हाथ के क्रिकेट खिलाड़ी व दाएँ हाथ के गेंदबाज भी थे।