श्रीसंत बोले, खुद से बात करना अहम
एस श्रीसंत (S Sreesanth) ने कहा कि जब आप खुश होते हैं तो खुद से बात करना अहम होता है। उन्होंने कहा कि खुद पर विश्वास सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। बहुत सारे लोग दोस्त और परिवार के बारे में लिखते हैं। यह सही भी है कि साथ में कोई होना चाहिए, मगर आपका जो सबसे बड़ा दोस्त होता है, वह अकेलापन ही है। श्रीसंत (Sreesanth) ने कहा कि जब आप अकेले होते हैं, तो वास्तव में आप कई सारी चीजों की योजना बना सकते हैं। मगर बहुत लोग डिप्रेशन के साथ अकेलेपन को गलत बताते हैं। उन्हें लगता है कि यह सिर्फ मानसिकता की बात है। इस लॉकडाउन ने यह साबित कर दिया है कि कोई एक जगह पर 24 घंटे तक रह सकता है।
बता दें कि आईपीएल (IPL) में स्पॉट फिक्सिंग (Spot Fixing) के कारण श्रीसंत पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन पर क्रिकेट को लेकर आजीवन प्रतिबंध (Lifetime ban of cricket) लगा दिया था। बीसीसीआई के इस फैसले को श्रीसंत ने चैलेंज किया था। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा कम कर सात साल कर दी थी। उन पर से यह प्रतिबंध इसी साल सितंबर में खत्म हो जाएगा। श्रीसंत ने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली हैं कि उनकी मानसिकता एक बिंदू पर केंद्रित हो गई थी। उन्हें खुद को साबित करना था और सच्चाई सिर्फ वह जानते थे। अन्य लोगों को सच्चाई समझाने की जरूरत थी। इसे एक बार फिर साबित करने में उन्हें सात साल का लंबा समय लगा।
बता दें कि श्रीसंत उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल हैं, जिन्होंने महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के नेतृत्व में 2007 में टी-20 विश्व कप (T20 World Cup 2007) और 2011 में वनडे विश्व कप (OdI World Cup 2011) जीता था।