अशोक मल्होत्रा ने कहा कि भारतीय क्रिकेटरों को वेतन कटौती के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि इस समय बोर्ड पैसा नहीं कमा पा रही है, जैसे वह कमाती है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि उल्टे खिलाड़ियों को अपनी जेब से योगदान करना पड़ सकता है। एक मीडिया में छपी खबर के मुताबिक मल्होत्रा ने कहा कि बीसीसीआई क्रिकेटरों की मूल संस्था है। यह एक कंपनी है। यदि कोई कंपनी घाटे में चल रही है तो इसका असर नीचे तक पड़ता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यूरोप में लगभग सभी फुटबॉलर्स, जिन्हें आमतौर पर सबसे ज्यादा वेतन दिया जाता है, वह भी कटौती झेल रहे हैं। इसका ऐलान फ्रेंचाइजियों ने खुद किया है।
आईसीए अध्यक्ष ने कहा कि यह एक अप्रत्याशित परिदृश्य है। बहुत कठिन समय हैं। इसलिए सबको अपनी जेब से योगदान देना होगा। उन्हें पता है कि खिलाड़ियों का वेतन को कम करना सही नहीं है, लेकिन अगर मूल निकाय उतनी कमाई नहीं कर पा रही है, जितना पहले कर रही थी तो क्रिकेटरों को वेतन कटौती के लिए तैयार रहना चाहिए।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया संकट में है। भारत में भी अब तक इसके 1400 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 38 लोगों की मौत हो सकती है।