कहा- चर्चाओं को बढ़ावा दिया जाना चाहिए
रवि शास्त्री ने खाड़ी देश के एक मीडिया से बात करते हुए कहा कि टीम में जब 15 खिलाड़ी होते हैं तो सब एक तरह से नहीं सोच सकते। कई बार चर्चाओं में ऐसा मौका आता है, जब नजरियों में विभिन्नता होती है और इसकी जरूरत है। वह नहीं चाहते कि सब एक ही बात बोलें। रवि शास्त्री ने कहा कि टीम के बीच चर्चाएं होते रहनी चाहिए, तभी नई रणनीतियों के बारे में सोचा जा सकता है। इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके लिए खिलाड़ियों को अपनी बात रखने का मौका देना होगा। इसके बाद तय करना होगा कि क्या बेस्ट है।
शास्त्री ने कहा कि कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि टीम का सबसे जूनियर खिलाड़ी आपके सामने ऐसी स्ट्रेटजी रख दे, जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा और इस पर हमें इस पर विचार करने की जरूरत होती है। इसलिए इसे मतभेद के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
बता दें कि कैरेबियाई दौरे पर भारतीय टीम के रवाना होने से पहले भी विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच के मतभेद से कप्तान कोहली समेत कोच शास्त्री ने इनकार किया था। उन्होंने फिर कहा कि अगर रोहित-कोहली में गंभीर मतभेद होते तो रोहित विश्व कप में पांच शतक नहीं जड़ पाते। इसके अलावा विराट और रोहित एक साथ लंबी साझेदारियां भी नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि वह पिछले पांच साल से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा हैं। उन्होंने देखा है कि लड़के कैसे खेल रहे हैं और वे कैसे टीम को मजबूत बना रहे हैं। उन्हें अपना काम पता है। इस तरह की खबर बकवास है।