इस मैच में भारत ने इंग्लैंड को 378 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। जिसे इंग्लैंड ने पूर्व कप्तान जो रूट और विकेट कीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के शानदार शतकों की मदद से आसानी से पा लिया। इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इंग्लैंड ने कभी 370 से ज्यादा के लक्ष्य को सफलतापूर्वक चेज़ नहीं किया था। 2019 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लीड्स में 359 रन का लक्ष्य चेज़ किया था। उससे पहले 1929 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 332 रन चेज़ किए थे।
35 साल बाद किसी देश ने भारत के खिलाफ 350 से ज्यादा था स्कोर चेज़ किया है। आखिरी बार 1977 में ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में 339 रनों का लक्ष्य पाया था। उससे पहले वेस्टइडीज़ ने 1987 में दिल्ली में 276 रनों का लक्ष्य भारत के खिलाफ चेज़ किया था।
वहीं यह भारत की पहली पारी में इतनी बड़ी लीड लेने के बाद दूसरी सबसे बड़ी हार है। भारत ने पहली पारी में 132 रनों की लीड बनाई थी। इसके बावजूद वह यह मैच हार गया। इससे पहले 2015 में श्रीलंका के खिलाफ गले में 192 रनों की लीड हासिल करने के बाद भारत मैच हार गया था।
इसके अलावा भारत भले ही मैच हार गया हो लेकिन टीम के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (SENA) देशों में अपने टेस्ट करियर के 100 विकेट पूरे कर लिए हैं। ऐसा करने वाले वे छठे भारतीय गेंदबाज हैं। SENA देशों में 100 विकेट पूरे करते ही वे कपिल देव, ईशांत शर्मा, जहीर खान, मोहम्मद शमी और अनिल कुंबले के क्लब में शामिल हो गए हैं।
बता दें इस मैच में पूर्व कप्तान जो रूट और विकेट कीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के शानदार शतकों की मदद से इंग्लैंड ने भारत द्वारा दिये गए 378 रन के विशाल लक्ष्य को आसानी से पा लिया। जॉनी बेयरस्टो ने इस मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया। बेयरस्टो ने पहली पारी में 106 और दूरी पारी में नाबाद 114 रनों की पारी खेली। वहीं रूट ने दूसरी पारी में नाबाद 142 रन बनाए।