इयान चैपल ने लिखा कि यह वह समय था, जब पाकिस्तान में वसीम अकरम और वकार यूनिस, वेस्टइंडीज में कर्टली एंब्रोस और कर्टनी वॉल्श, ऑस्ट्रेलिया में ग्लेन मैकग्रा और ब्रेट ली, दक्षिण अफ्रीका में एलन डोनाल्ड और शॉन पोलाक तथा श्रीलंका में लसिथ मलिंगा तथा चमिंडा वास थे। इनके सामना करने में ही किसी भी बल्लेबाज के कौशल की असली परीक्षा होती थी।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि यह मानना होगा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा सफेद गेंद की सर्वश्रेष्ठ जोड़ी हैं। इनका वनडे और टी-20 का संयुक्त रिकॉर्ड बेहद शानदार है। कोहली ने इन दोनों प्रारूप में 50 से अधिक के औसत से रन बनाए हैं, जबकि अगर सचिन तेंदुलकर की बात की जाए तो उन्होंने बहुत कम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रारूप जब तक लोकप्रिय होता, तब तक गांगुली का करियर खत्म हो चुका था।