यह तरीका टेस्ट क्रिकेट को रोचक बनाएगा
विराट कोहली ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह नया तरीका टेस्ट क्रिकेट को रोचक बनाएगा। इसे लेकर हम सब उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि गुलाबी गेंद से हमने कल अभ्यास किया। उन्हें लगता है कि यह लाल गेंद की तुलना में ज्यादा स्विंग करती है। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि इस पर अतिरिक्त सतह होती है। वह आसानी से नहीं जाती और सीम भी ज्यादा देर तक अपनी स्थिति में रहती है।
टीम इंडिया के कप्तान ने कहा कि उन्हें ल गता है कि अगर पिच से गेंदबाजों को थोड़ी भी मदद मिली तो यह गेंदबाजों का खेल होगा और बल्लेबाजों को परेशानी आएगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि ओस और अतिरिक्त सतह हट जाने के बाद पुरानी गेंद कैसा व्यवहार करेगी। उन्होंने कहा कि देखना रोचक होगा कि पुरानी गेंद किस तरह का व्यवहार करेगी।
गुलाबी गेंद से खेलना चाहते थे कोहली
सौरव गांगुली से पहले टीम इंडिया डे-नाइट टेस्ट मैच नहीं खेलना चाहती थी। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने का ऑफर दिया था, लेकिन भारत ने मना कर दिया था। वहीं बीसीसीआई के नए अध्यक्ष गांगुली ने कहा था कि डे-नाइट टेस्ट के लिए विराट कोहली को मनाने में सिर्फ तीन सेकंड लगे थे। इस पर कोहली ने कहा कि वह अपने 11 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में पहले कभी गुलाबी गेंद से नहीं खेले हैं। इसलिए वह गुलाबी गेंद से खेलना चाहते थे। इसलिए वह तुरंत तैयार हो गए। उन्हें लगता है कि गुलाबी गेंद से खेलने के लिए आपको अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत है।
इस समय भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में पहले स्थान पर है। इसके बावजूद विराट कोहली की टीम बांग्लादेश को हल्के में नहीं ले रही है। विराट ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि आप टेस्ट क्रिकेट में एक सत्र में भी बिना फोकस हटाए खेल सकते हो। यहां तक कि एक ओवर में भी आप अपना ध्यान नहीं हटा सकते हैं।