चार ओवर फेंकने से गेंदबाज थकेंगे नहीं
चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान धोनी ने विराट कोहली के आइपीएल में गेंदबाजों को न खेलाने की मंशा पर बिना नाम लिए अपने बयान से सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि अपने गेंदबाजों को इंजरी से दूर रखना सबसे अहम है। साथ में यह भी कहा कि लेकिन चार ओवर करने से गेंदबाज थकेंगे नहीं। ये चार ओवर उन्हें उनके सर्वश्रेष्ठ स्तर पर बनाए रखेंगे। आइपीएल के दौरान आप यॉर्कर कर रहे होंगे। वैरिएशन के साथ गेंदबाजी कर रहे होंगे और दबाव में खेल रहे होंगे। उन्हें लगता है कि गेंदबाज पूरा आइपीएल खेल सकते हैं। इसके बदले टीम मैनेजमेंट को यह ख्याल रखना है वो ये कि वो क्या खा रहे, समय पर सो और उठ रहे हैं। जहां तक काबिलियत की बात है तो उनका मानना है कि वे सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में रहें।
आइपीएल के दौरान मिलता है काफी समय
धोनी ने अपनी राय के पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि उन्हें हमेशा लगता है कि आइपीएल शेप में आने का सबसे सही समय है, क्योंकि इस दौरान आपके पास काफी समय होता है। पिछले आइपीएल की बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह अपनी बात करें तो उन्हें हर तीसरे दिन सिर्फ साढ़े तीन घंटे खेल रहे थे। इस कारण उन्हें जिम में समय बिताने का काफी मौका मिला।
मध्यक्रम को बल्लेबाजी का मौका मिलने की वकालत की
महेंद्र सिंह धोनी ने यह भी कहा कि 2015 से लेकर अब तक खेले गए वनडे मैचों में भारतीय टीम की शीर्ष बल्लेबाजी क्रम काफी शानदार रही, इस वजह से मध्यक्रम को ज्यादा मौके नहीं मिल पाए। उन्हें लय में लाने के लिए यह जरूरी है कि मध्य क्रम को भी बल्लेबाजी का मौका मिले।