बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पहले मानसिक समस्या पर बात करते हुए टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि मैक्सवेल ने शानदार काम किया है। उन्होंने दुनियाभर के क्रिकेटरों के सामने मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि यदि आप मानसिक तौर पर आप सही स्थिति में नहीं है, तो कई बार ऐसा मौका आता है, जब खुद को समय देने की जरूरत पड़ती है। उन्हें लगता है कि इन चीजों का सम्मान किया जाना चाहिए और इसे नकारात्मक रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
विराट ने अपने 11 साल के करियर में साल 2014 के इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए कहा कि जब वह खराब फॉर्म से गुजर रहे थे, तब उन्हें ऐसा लगा कि उनकी पूरी दुनिया ही खत्म हो गई। वह एक अर्धशतक भी नहीं लगा सके थे। उनकी काफी आलोचना हो रही थी। तब वह यह नहीं कह सके कि वह मानसिक तौर पर अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं और कुछ समय के लिए उन्हें खेल से दूर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आपको यह पता नहीं होता कि इसे किस रूप में लिया जाएगा। विराट ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें और लोगों से क्या कहें। कैसे बात करें।