मैच के बाद संवादाता सम्मेलन में जब प्लेसिस से संन्यास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आप उन्हें अंतिम समय की ओर धकेल रहे हैं। जब आप भावुक या निराश होते हैं तो वह समय इस तरह के निर्णय के लिए नहीं होते। प्लेसिस ने कहा कि उन्हें पता है कि नतीजे अच्छे नहीं है। इससे पता चलता है कि आत्मविश्वास के मामले में हम कहां हैं। यह क्रिकेट से और इन सब चीजों दूर होने का समय है। इसके बाद खुद को तरोताजा कर टी-20 में वापसी का समय है।
वनडे कप्तानी छीनी जा चुकी है
प्लेसिस को खराब नतीजों के कारण पहले ही वनडे की कप्तानी से हटाया जा चुका है। वहीं टेस्ट मैच में भी उन्हें नतीजे अच्छे नहीं मिले हैं। प्लेसिस की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने खेले पिछले नौ टेस्ट में से आठ में गंवाया है और सिर्फ एक में जीत हासिल की है। इसके अलावा बतौर बल्लेबाज भी प्लेसिस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट सीरीज में उन्होंने 21, 20, 1, 19, 8, 36, 3 और 35 रनों की पारी खेली है।
डु प्लेसिस ने माना कि न सिर्फ वह उनकी पूरी टीम इस सीरीज में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि वह बेहद निराश हैं। उन्हें पता है कि उनकी टीम के इस प्रदर्शन से कोचिंग स्टाफ, खिलाड़ी और फैन्स भी नाराज है। लेकिन हर टीमें ऐसे दौर से गुजरती है। दक्षिण अफ्रीका को अब चार फरवरी से इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है।