फिलहाल टी-20 क्रिकेट में 7वें और वनडे में 8वें स्थान पर काबिज पूनम यादव ने बताया कि विश्व कप से पहले उनके बाएं हाथ की तर्जनी अंगुली घायल हो गई थी। इस समय का सदुपयोग करते हुए उन्होंने अपने कौशल पर काम किया। उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाजों के वीडियो देखें और इसी हिसाब से अपनी तैयारी की। उन्होंने कहा कि जब वह अभ्यास के लिए मैदान पर जाती थी तो हर दिन उनके पास एक योजना होती थी। उन्होंने उदाहरण देकर बताया, जैसे वह दिनभर गुगली गेंद फेंकने का अभ्यास करती थीं। इसके अलावा वह सिर्फ एक स्टंप लगाकर लगातार अभ्यास करती थीं। इस कारण उनकी गुगली पहले से कहीं अधिक तेज और सटीक हुई। इसका फायदा उन्हें विश्व कप में मिला।
सिर्फ एक मैच खराब गया
विश्व कप फाइनल में अपनी टीम की हार पर वह बोलीं कि यह नहीं कह सकते कि हम कमजोर पड़ गए थे। पूरे टूर्नमेंट में हमने अच्छी क्रिकेट खेली। केवल एक मैच में अच्छा नहीं खेल पाए और उस दिन बेहतर खेलने वाली टीम जीती। उन्होंने कहा कि टी-20 क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है, जिसमें एक ओवर या एक बल्लेबाज खेल बदल सकता है और ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। वह दिन हमारा नहीं था। हम बेहतर नहीं कर सके। 2017 के एकदिवसीय महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि हम उस दिन भी खिताब के बेहद करीब थे। लेकिन इंग्लैंड से हार गए और ट्रॉफी हमारे हाथ से फिसल गई थी।
पूनम ने विश्व कप के दौरान कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई महिला टी-20 बिग बैश लीग में वह खेल सकती हैं। यह बात उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कही थी। उन्होंने बताया कि सिडनी थंडर की कप्तान राहेल हेन्स ने उनसे इस बारे में कहा था कि उनकी टीम में बस एक लेग स्पिनर कमी है। उन्होंने बताया कि हेन्स ने कहा था कि वह विश्व कप के बाद उनसे बात करेंगी। पूनम ने कहा कि अगर मौका मिला तो वह महिला बिग बैश लीग या इंग्लैंड में होने वाले केएसएल में खेलना पसंद करेंगी।