धोनी की कप्तानी में खेले ओझा
प्रज्ञान ओझा ने अपने पांच साल के संक्षिप्त अंतरराष्ट्रीय करियर में 113 विकेट लिए। टीम इंडिया में वह महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी में खेले थे। उनका करियर उस समय शुरू हुआ, जब सौरव गांगुली (Sourav Ganguly), राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) जैसे दिग्गजों का करियर समाप्त होने वाला था और नए खिलाड़ियों में विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टीम इंडिया में अपनी जगह बना रहे थे।
सचिन को बताया बेहद शांत
प्रज्ञान ओझा ने कहा कि इन खिलाड़ियों में से सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ऐसे खिलाड़ी थे, जो बेहद शांत रहते थे। वह कभी प्रतिक्रिया नहीं देते थे। उनका एक अलग नजरिया था। बता दें कि सचिन तेंदुलकर का विदाई टेस्ट ही प्रज्ञान ओझा का भी अंतिम टेस्ट मैच था। प्रज्ञान ने कहा कि अनिल भाई का नजरिया अलग था। धोनी और कोहली देश के लिए खेल जीतना चाहते हैं, लेकिन कुंबले इन दोनों से एकदम अलग थे।
भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं कुंबले
अनिल कुंबले टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे कामयाब गेंदबाज हैं। उन्होंने 132 टेस्ट में 619 विकेट लिए हैं। क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में वह विश्व में तीसरे स्थान पर हैं। पहले स्थान पर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) हैं। उन्होंने 800 टेस्ट विकेट लिए हैं तो वहीं दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न (Shane Warne) हैं। उनके नाम 708 विकेट है। एकदिवसीय क्रिकेट की बात करें तो कुंबले ने 271 वनडे में 337 विकेट लिए हैं।