कॉन्ट्रैक्ट से बाहर के खिलाड़ियों को मिले इजाजत
रॉबिन उथप्पा ने ए मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीसीसीआई को ऐसे खिलाड़ियों को जो केंद्रीय सालाना अनुबंध से बाहर हैं, उन्हें विदेशी टी-20 लीग में खेलने की इजाजत मिलनी चाहिए। उथप्पा ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को कम से कम दो विदेशी टी-20 लीग में खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हमें विदेशी लीग में जाने और खेलने की अनुमति नहीं मिलती तो दुख होता है। उथप्पा ने कहा कि अगर खिलाड़ी जा सकते हैं और विदेशी लीगों में खेलना चाहते हैं तो यह कम से कम अच्छा होगा। इससे कुछ अन्य लोगों के साथ खेलने का मौका मिलेगा। खेल के एक छात्र के रूप में आप हमेशा सीखना चाहते हैं और जितना चाहें, उतना बढ़ सकते हैं और ऐसा कर सकते हैं।
महिला क्रिकेटरों को मिल सकती है अनुमति तो पुरुषों को क्यों नहीं
रॉबिन उथप्पा ने कहा कि वीमेंस बिग बैश लीग में स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर को खेलने की अनुमति मिल सकती है तो पुरुष खिलाड़ियों को विदेशी खिलाड़ियों को को क्यों नहीं मिल सकती है। उथप्पा ने कहा कि मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली प्रोगेसिव हैं और वह इस स्थिति को स्पष्ट करेंगे और खिलाड़ियों के लिए आगे बढ़ने का रास्ता साफ करेंगे। उथप्पा ने कहा कि वह इन बिंदुओं पर गौर करेंगे। उथप्पा ने कहा कि गांगुली प्रगतिशील सोच वाले इंसान हैं। वह भारत को हमेशा अगले स्तर पर ले जाने के लिए तैयार रहते हैं।
इन खिलाड़यों को नहीं मिली थी अनुमति
बता दें कि रॉबिन उथप्पा से पहले, जब सुरेश रैना और इरफान पठान ने विदेशी लीग में खेलने की मांग की थी, तब बीसीसीआई ने कहा था कि विशिष्टता हमारी पहचान है और इस कारण हम अपने खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति नहीं देंगे। इन दोनों खिलाड़ियों से पहले युवराज सिंह ने विदेशी लीग में खेलने की अनुमति मांगी थी तो हालांकि उन्हें विदेशी लीग में खेलने की इजाजत दे दी गई थी। बाद में बीसीसीआई ने यह स्पष्ट किया था कि युवराज का मामला अपवाद था। वह किसी और खिलाड़ी को विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं देंगे।