कोहली ने इस मैच में 72 गेंद पर 12 चौके और चार सिक्स की मदद से नाबाद 113 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 156.94 का रहा। यह आईपीएल के इतिहास का सबसे धीमा शतक था। कोहली ने इस मामले में भारतीय बल्लेबाज मनीष पांडे की बराबरी कर ली है। पांडे ने आरसीबी के लिए ही खेलते हुए 2009 में डेक्कन चार्जर्स (DC) के खिलाफ 67 गेंदों में शतक लगाया था। यह टी20 क्रिकेट में किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा लगाया गया पहला शतक था।
इससे पहले भी कोहली को धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। कोहली ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ खेले गए पहले मुक़ाबले में 105 के मामूली स्ट्राइक रेट से 20 गेंद पर 21 रन बनाए थे। वहीं कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ बेंगलुरु की पाटा विकेट पर 59 गेंद पर 83 रनों की पारी खेली थी। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 140.68 का था।
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ भले ही कोहली ने शतक लगाया हो लेकिन उनकी पारी धीमी थी। हालांकि पहली पारी में गेंद रुक कर आ रहा था। लेकिन आज के दौरे में जो टी20 क्रिकेट खेला जा रहा है। उसमें सलामी बल्लेबाजों को कम से कम 60 गेंद पर शतक पूरा कर लेना चाहिए। क्योंकि सलामी बल्लेबाजों को शुरुआत में छह ओवर का पावरप्ले भी मिलता है। जहां उनके पास खुल कर खेलने की आज़ादी होती है।
कोहली ने इस आईपीएल में अबतक खेले गए पांच मैचों में 105.33 की बेहतरीन औसत से 316 रन बनाए हैं। लेकिन इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 146.30 का रहा है। जो एक सलामी बल्लेबाज होने के नाते कम है। इन सब बातों के बावजूद फैंस और कई पूर्व खिलाड़ी कोहली की वहवाही में लगे हुए हैं। पिछले कुछ मैचों में RCB की हार का मुख्य कारण उनकी खराब बल्लेबाजी है। जिस पिच में अन्य टीमें 200 रन स्कोर बनाती हैं। वहां RCB पार स्कोर के करीब भी नहीं पहुंच पाती। आरसीबी के बल्लेबाजों ने अबतक एक भी पावरप्ले का सही से फायदा नहीं उठाया है।