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इसके अलावा सन्यास लेने कि एक वजह ये भी है कि वो खेल के छोटे फॉर्मेट में ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं। डुप्लेसिस का मानना है कि उनके भीतर अभी काफी टी-20 क्रिकेट बचा है। और 2021 और 2022 दोनों ही साल टी-20 विश्व कप होने हैं।ऐसे में उन्हें केवल इस पर फोकस करना है।
डुप्लेसिस ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसे लेकर एक पोस्ट भी साझा किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘मैंने दिल से फैसला ले लिया है। यह जिंदगी में एक नया चैप्टर शुरू करने का वक्त है। यह हम सभी के लिए मुश्किलों से लड़कर आगे बढ़ने वाला साल रहा। कभी अनिश्चितता भी रही लेकिन इससे कई पहलुओं को लेकर मैं हमेशा से जानता था मुझे क्या करना है। देश के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलना गर्व की बात है, लेकिन अब मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का समय आ गया है।’
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बता दें डुप्लेसिस का नाम दुनिया टेस्ट, वन-डे और टी-20 मिलाकर 112 इंटरनेशनल मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान रहे हैं। इनमें से उन्होंने 69 मैच में टीम को जीत दिलाई है। डुप्लेसिस ने 69 टेस्ट में 40 की औसत से 4,163 रन बनाए हैं। इनमें 10 शतक और 21 अर्धशतक भी दर्ज है। श्रीलंका के खिलाफ 199 रन उनका सर्वोच्च टेस्ट स्कोर है।