ऐसी खबर है कि आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रहे अश्विन को किंग्स इलेवन पंजाब ट्रांसफर विंडों के जरिये किसी और टीम को बेचना चाह रही है। इस डील में दिल्ली कैपिटल्स ने दिलचस्पी दिखा रही है। वह उन्हें अपनी टीम में उन्हें शामिल करना चाहती है। इसके लिए उसने पंजाब से संपर्क भी साधा है, लेकिन मामला पैसों पर अटक गया है। इन दोनों के बीच पैसों पर बात नहीं बन पा रही है। इस कारण कोई निर्णय नहीं हो पा रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस वजह से यह संशय बना हुआ है कि अश्विन पंजाब के साथ बने रहेंगे या दिल्ली कैपिटल्स के होंगे। एक संभावना यह भी है कि अगर बात नहीं बने तो पंजाब अश्विन को रिलीज कर दे और उन्हें दोबारा नीलामी में उतरना पड़े।
इस वजह से मामला है अटका
आईपीएल के नियम के मुताबिक खिलाड़ी को खरीदने वाली फ्रेंचाइजी को यह तय करना होता है कि खिलाड़ी का वेतन या तो मौजूदा वेतन के बराबर हो या फिर उससे ज्यादा और मामला अश्विन की रकम को लेकर ही फिक्स नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि डील अटका पड़ा है।
इस बीच किंग्स इलेवन पंजाब के सीईओ सतीश मेनन ने कहा है कि रविचंद्रन अश्विन को लेकर किसी तरह की डील नहीं हो रही है। इसकी वजह यह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इसकी अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अश्विन को लेकर बात तभी हो सकती है, जब बोर्ड इसकी अनुमति दे। अश्विन कुछ दिन पहले तक काउंटी करार के कारण इंग्लैंड में थे। भारत आने के बाद बोर्ड से अभी उनकी कोई बात नहीं हुई है। इस कारण डील अटकी पड़ी है।