ओडिशा में अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो की मौत, 30 घायल
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि पुलिस का कहना है कि आदिवासियों ने कालिंगा नगर में स्टील प्लांट के लिए प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन को काबू करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी। इस फायरिंग में 13 से ज्यादा आदिवासी लोगों की मौत हो गई थी। मारे गए 13 लोगों में से पांच के शवों की शिनाख्त नहीं हो पाआ ई थी। जिन लोगों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी उसके हाथ काटकर उंगलियों के निशान लिए गए थे, जबकि बाकी सभी का पोस्टमार्टम किया गया था। पूरी प्रक्रिया पूरा होने के बाद सभी आदिवासियों को उनके परिवार वालों को सौंप दिया गया। हालांकि उनके परिवार वालों ने कटे हुए हाथ लेने से मना कर दिया था। परिवार वालों का कहना था कि पहले हाथों का डीएनए टेस्ट करवाया जाए, क्यों कि हाथों की पहचान नहीं हो पा रही है। परिवार वालों की मांग के बाद एक मेडिकल बॉक्स में सुरक्षित रख दिया गया। यह मेडिकल बॉक्स को एक क्लब में रखा गया। पुलिस का कहना है कि कुछ शरारती तत्वों ने क्लब की खिड़की तोड़कर बॉक्स को बाहर निकाल लिया। इसमें वह 10 हाथ रखे हुए थे। शरारती तत्वों ने उसे जाजपुर में फेंक दिया। हालांकि अब जब वही हाथ लोगों को दिखाई पड़ा है जिसके कारण लोग दहशत में आ गए हैं। बता दें कि इस मामले को लेकर अभी तक किसी पर मामला दर्ज नहीं किया गया है।