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भोपाल

मेडिकल कॉलेजों को मिलेंगे ई-रिक्शा, अब मरीजों-अटेंडर्स को नहीं चलना पड़ेगा पैदल

मरीजों को राहत: हमीदिया अस्पताल में नए भवन के साथ सुविधाएं जुटाने की कवायद

भोपालJan 22, 2020 / 01:04 am

manish kushwah

मेडिकल कॉलेजों को मिलेंगे ई-रिक्शा, अब मरीजों-अटेंडर्स को नहीं चलना पड़ेगा पैदल

मेडिकल कॉलेजों को मिलेंगे ई-रिक्शा, अब मरीजों-अटेंडर्स को नहीं चलना पड़ेगा पैदल

भोपाल. प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को जल्द ही ई-रिक्शा की सौगात मिलेगी। इससे मरीज और अटेंडर्स को सहूलियत के साथ पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। मप्र मेडिकल काउंसिल ने मेडिकल कॉलेजों को आठ सीटर ई-रिक्शा देने का फैसला लिया है। इसकी शुरुआत जबलपुर मेडिकल कॉलेज से की जा रही है। कॉलेज प्रबंधन को पत्र लिखकर ई-रिक्शा खरीदने को कहा है। जल्द ही गांधी मेडिकल कॉलेज में भी ई-रिक्शा दौड़ते हुए नजर आएंगे। सीएसआर फंड के तहत रिक्शे दिए जा रहे हैं।
फिलहाल मरीज ऑटो समेत अन्य वाहनों से अस्पताल परिसर तक आते हैं। इनसे निकलने वाले धुएं से पर्यावरण प्रदूषित होता है। ई-रिक्शा से पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। इधर, ग्वालियर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने ई रिक्शा में स्ट्रेचर लगाने का निर्णय लिया है। इससे मरीजों को जांच के लिए ले जाने में आसानी होगी।

एक किमी तक पैदल चलना पड़ता है

मरीज को इन सभी जगह जाना पड़े तो उसे एक किमी पैदल चलना पड़ता है। मल्टी लेवल पार्किंग से वार्ड तक जाने के लिए भी लंबी दूरी तय करना पड़ती है।
जीएमसी में ओपीडी, ब्लड बैंक और कॉलेज अलग-अलग जगह हैं। यदि किसजबलपुर मेडिकल कॉलेज को दो ई-रिक्शा दिए जाएंगे। इसी तरह अन्य मेडिकल कॉलेजों को ई-रिक्शा देंगे।
डॉ. सुबोध मिश्रा, रजिस्ट्रार, मप्र मेडिकल काउंसिल
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