चंद्रयान-2: धरती पर समृद्धि का द्वार खोल सकता है इसरो का यह मिशन, रच जाएगा इतिहास
पुलिस उपाधीक्षक कुंदन सिंह ने सोमवार को बताया कि मृतक के परिजनों का आरोप है कि इस घटना में आपसी विवाद है। उन्होंने बताया कि मृतक के पुत्र शिवम और सत्यम को भी अपराधियों ने निशना बनाया परंतु ‘मिसफायर’ के कारण उनकी जान बच गई। उन्होंने कहा कि हत्या का कारण पारिवारिक विवाद है। हत्या का आरोप कुणाल सिंह के भाई विकास कुमार पर लगाया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुणाल सिंह के चाचा की चार वर्ष पूर्व हत्या कर दी गई थी और उस हत्याकांड में कुणाल सिंह की चाची चश्मदीद गवाह थी। हत्याकांड में गवाह होने की वजह से तीन वर्ष पूर्व कुणाल सिंह के चाची की भी हत्या कर दी गई और उसमें कुणाल सिंह गवाह थे। चाचा-चाची की हत्या का आरोप भी विकास कुमार पर ही है। वह हाल ही में जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आया था। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है तथा पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।