आपको बता दें कि 1 जुलाई को बुराड़ी में 11 लोगों की मौत की उस घटना के वक्त घर में मौजूद एक लौते जीव यानी भाटिया परिवार का पालतू डाग टॉमी ही था, जो घर में जिंदा बचा था। लेकिन 11 मौतों को अभी एक महीना भी पूरा नहीं हुआ था इक इस डॉग की भी दिल का दौरा पढ़ने से मौत हो गई। जानकारों की माने आमतौर पर डॉग को इतना आसानी से दिल का दौरा नहीं पड़ता है। यही नहीं वेटनरी डॉक्टरों की माने तो डॉग को अपने सभी सदस्यों की मौत का सदमा इतना गहरा लगा था कि वो इससे उबर ही नहीं पाया।
मौसम विभाग का ताजा अपडेट, अगले 24 घंटों में उत्तर पूर्वी भारत से लेकर तटीय इलाकों में होगी भारी बारिश वहीं कुछ लोगों का यह भी मानना है कि डॉग को आत्माएं दिखती हैं, ऐसे में घर के 11 सदस्यों की आत्माएं लगातार इस डॉग को दिखाई दे रही थीं, जिसके चलते वो उसे अपने साथ ले जाने की जिद करती थीं। ऐसे में टॉमी ज्यादा दिन तक खुद उनके पास जाने से नहीं रोक पाया। बहरहाल मामला जो भी है लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर बुराड़ी केस की यादों को ताजा कर दिया है और इस मामले ने सभी को सकते में डाल दिया है।
आपको बता दें कि मौत वाली रात टॉमी घर की छत पर बंधा हुआ था। उसके बाद जब पुलिस को टॉमी मिला तो उसे तेज बुखार था। अभी भी यह पता नहीं चल पाया है कि टॉमी को छत पर किसने बांधा था। इसके बाद तेज बुखार होने के कारण टॉमी को नोएडा के एक एनिमल होम में रखा गया था। जहां पहले बताया गया कि उसकी सेहत में सुधार हो रहा है।
आज से तीन देशों की पांच दिनी यात्रा पर पीएम मोदी, रवांडा को देंगे 200 गायों का तोहफा टॉमी को पशुओं के लिए काम करने वाले संजय महापात्रा ने अपने पास रखने का फैसला किया था। संजय बताते हैं कि 1 जुलाई को जब टॉमी मिला था, तब वह काफी आक्रामक था और टीम को लगभग 90 मिनट का समय लगा था टॉमी को मजल पहनाकर एम्बुलेंस में बैठाने में।
टॉमी का वजन लगभग 35 किलोग्राम जो पशु चिकित्सकों के अनुसार सेहतमंद माना जा सकता है। लेकिन पशु चिकित्सकों का मानना है कि यह भी हो सकता है कि टॉमी को पहले भी कोई स्वास्थ्य समस्याएं हो जो उसके मालिकों को पता नहीं थी। इस तरह की समस्याएं मिक्स ब्रीड में पाई जाती है। टॉमी इंडियन और पीटबुल की मिक्स ब्रीड था।