एसआईटी ने आगे बताया कि कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा के पास जंगल में रेडिकल हिंदुत्व ग्रुप के सदस्यों के संरक्षण में हत्यारों को यह ट्रेनिंग दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि कन्नड़ विद्वान एम एम कलबुर्गी की तरह ही गौरी लंकेश की भी सीधे सिर पर गोली मारकर हत्या करनी है।
गौरी लंकेश मर्डर: एसआईटी को मिली डायरी में लंकेश के अलावा 34 लोगों के नाम, गिरीश कर्नाड को भी खतरा मीडिया रिपोर्टस की मानें तो गौरी लंकेश की हत्या में आरोपी शूटर परशुराम वाघमारे ने एसआईटी को बताया कि जिन्होंने उसे ट्रेनिंग दी थी उसमें से एक 30 अगस्त 2015 को एम एम कलबुर्गी की हत्या में भी शामिल था।
बता दें कि गौरी लंकेश हत्याकांड में फाॅरेंसिक रिपोर्ट भी अभी हाल ही में सामने आई थी जिसमें कई बड़े खुलासे हुए थे। यहीं नहीं एसआईटी की प्राथमिक चार्जशीट में भी ये बताया गया था कि कलबुर्गी और लंकेश की हत्या में एक देशी बंदूक का इस्तेमाल किया गया था।
अब आरोपी शूटर परशुराम वाघमारे के बयान के इस बात की पुष्टि होती है कि गौरी लंकेश और एम एम कलबुर्गी की हत्या में कोई कनेक्शन जरूर है। फिलहाल पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
गौरतलब 55 वर्षीय फेमस पत्रकार और ‘लंकेश पत्रिका’ की संपादक गौरी लंकेश धर्मनिरपेक्ष देश में हिंदूवाद को बढ़ावा दिए जाने के खिलाफ लिखती रही थी। गौरी दूसरे कई अखबारों के लिए भी लिखती थीं। पिछले साल पांच सितंबर को गौरी लंकेश (55) की बेंगलुरू स्थित उनके घर पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार हत्यारों ने कुल सात गोलियां मारी थी, जिसमें दो गोली छाती पर और एक सिर पर मारी गई थी।