बताया गया है कि सीआरपीएफ, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स की एक संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ के बाद खाजपुरा इलाके से आतंकवादी का शव बरामद हुआ। सीआरपीएफ के अधिकारी ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर कुछ आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इस इलाके में कितने आतंवादी हैं इसकी अभी पुख्ता जानकारी नहीं है।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के वाथू गांव में रविवार शाम आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को इस बात के पुख्ता सबूत मिले थे कि वाथू गांव में कुछ आतंकी मौजूद हैं। इसके बाद 62 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ की 14वीं बटालियन व जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दी।
Yes Bank Crisis: अब राणा कपूर पर कसा CBI का शिकंजा, आज दिल्ली से मुंबई जाएगी जांच एजेंसियों की टीम दूसरी तरफ नियंत्रण रेखा पर तीन दिन की खामोशी के बाद रविवार को एक बार फिर पाकिस्तानी सेना ने कीरनी और कस्बा से सटे इलाकों में सेना की चैकियों के साथ ही रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाकर मोर्टार दागे थे। इससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया था। सेना ने भी गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके चलते करीब 40 मिनट बाद पाकिस्तानी सेना ने गोलाबारी बंद कर दी। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना की मंशा खराब मौसम का लाभ उठाकर आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने की है लेकिन उसकी मंशा पर पानी फिर गया और नुकसान से बचने के लिए उसे गोलाबारी बंद करनी पड़ी।