आईईडी बनाने में माहिर जीनत तीन साल रह चुका था जेल में, अल बद्र का था कमांडर
श्रीनगर। कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में शनिवार को दो आतंकी ढेर हो गए। इनमें एक का नाम जीनत-उल-इस्लाम है (31), जो अल बद्र नामक आतंकी संगठन का कमांडर था। जबकि दूसरे आतंकी का नाम उस्मान है। ए +++ ग्रेड का आतंकी जीनत आईईडी विस्फोटक बनाने में माहिर था और पिछले चार सालों से सुरक्षाबलों के निशाने पर था।
तीन साल रहा था जेल में पुलिस के मुताबिक जीनत का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है। वह 2006 में ही अल-बद्र के साथ जुड़ गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जीनत को 2008 में पुलिस ने गिरफ्तार किया और करीब तीन साल जेल में रहने के बाद वह 2011 में जेल से छूटा।
आईईडी एक्सपर्ट था बैचलर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई पूरी कर चुका जीनत इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोजिव डिवाइस (आईईडी) एक्सपर्ट था। एक तरह के बम आईईडी काफी खतरनाक विस्फोटक होता है। जीनत सेना की 12 मोस्ट वांटेड की सूची में जिंदा तीन आतंकियों में से एक था। इस सूची में पहला नाम अंसर गजवत उल हिंद के मुखिया जाकिर मूसा का है।
कई वारदातों में रहा था शामिल बताया जाता है कि जीनत 23 फरवरी 2017 में हुए शोपियां के खतरनाक हमले का मुख्य आरोपी था। इस हमले में तीन सेना के जवान और एक महिला की मौत हो गई थी। इसके अलावा वो टकरू शोपियां हथियार छीनने के मामले में भी शामिल था।