#MeToo का पहला मामला जो अदालत पहुंचा देश में एक अलग ही तरह की मुहिम को आंदोलन बनाने वाले #MeToo की आंच में विदेश मंत्री तक को इस्तीफा देना पड़ा है। #MeToo का ये पहला मामला है जिसकी सुनवाई कोर्ट में हो रही है।
खुश हुईं पत्रकार अकबर के खिलाफ सबसे पहले आरोप लगाने वाली और मानहानि के मुकदमे का सामना कर रहीं पत्रकार प्रिया रमानी ने अकबर के इस्तीफे के बाद कहा, “उनके रुख की पुष्टि हुई।” रमानी ने ट्वीट किया, “एक महिला के तौर पर, एम.जे. अकबर के इस्तीफे से हम सही साबित हुए हैं। मैं उस दिन की ओर देख रही हूं, जब मुझे अदालत से भी न्याय मिलेगा।”
क्या है मामला? एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने लगाए हैं यौन उत्पीड़न के आरोप एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। अकबर ने प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है और इन आरोपों को समाज में उनकी छवि को धूमिल करने वाला करार दिया है। प्रिया रमानी के अलावा पत्रकार सुपर्णा शर्मा ने भी उनके इस्तीफे पर खुशी जाहिर की है। सुपर्णा शर्मा ने अकबर पर ‘उनकी ब्रा की स्ट्रेप खींचने का आरोप लगाया है।’ सुपर्णा ने कहा है कि उनके इस्तीफे से ही लड़ाई समाप्त नहीं हुई है। सुपर्णा शर्मा ने कहा कि अकबर को बयान देने के बदले भारत पहुंचते ही तत्काल इस्तीफा देना चाहिए था।