मछुआरों ने मछली पकड़ने के लिए जब समुद्र में जाल डाला तो मछली के बदले उनके जाल में ड्रग के कई पैकेट फंसे। वजन देखकर मछुआरों को लगा कि कोई बड़ी मछली है, लेकिन जब बाहर निकाला तो कई सारे पैकेट दिखे। मछुआरों ने पुलिस को सूचना दी।
कांग्रेस के दिग्गज नेता नवजोत सिंह सिद्धू हुए गायब, घर के बाहर डेरा डालकर बैठी पुलिस, नहीं चल रहा कोई पता मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो ये पैकेट ड्रग के पैकेट निकले। करीब 78 किलो ड्रग के इन पैकेटों की कीमत 230 करोड़ रुपए बताई जा रही है। खास बात यह है कि इन ड्रग के पैकेटों पर चीनी और अंग्रेजी भाषा में लिखा हुआ है।
तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले की ममल्लापुरम पुलिस ने एक ड्रम में बहते हुए 230 करोड़ रुपये के 78 किलोग्राम मेथम्फेटामाइन ( अवैध ड्रग ) दवा जब्त की। इसकी कीमत 230 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। ममल्लापुरम के कोकिलामेडुप्पुपम समुद्र तट क्षेत्र के मछुआरों को जाल में फंसने के बाद ये ड्रेग मिली जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस को कर दी।
चीनी चाय ब्रांड के कवर में पैक
शुरुआती जांच के मुताबिक, यह सामने आया है कि मेथामफेटामाइन दवा अपने क्रिस्टल रूप में एक चीनी चाय ब्रांड के लेबल लगे कवर में पैक की गई थी।
मामल्लपुरम स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आगे की जांच के लिए मामला नारकोटिक्स इंटेलिजेंस ब्यूरो ( NIB ) क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट ( CID ) को भेज दिया गया है। एक किलो की कीमत करीब 3 करोड़
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह एक उच्च मूल्य वाली दवा है। इस दवा का एक किलो 3 करोड़ रुपये तक जा सकता है।
श्रीलंका के रास्ते मलेशिया पहुंचाने का शकतमिलनाडु पुलिस को इस बात की आशंका है कि ये हाई वैल्यू ड्रग्स श्रीलंका से होते हुए मलेशिया पहुंचाई जा रही थी।
अनलॉक-1 के बीच आई सबसे बड़ी खबर, मोदी सरकार का बड़ा फैसला इन चीजों पर अभी जारी रहेगी पाबंदी रेव पार्टी में होती है इस्तेमाल
पुलिस की मानें तो पकड़ाई गई ड्रग काफी कीमती है। उन्होंने बताया कि इस ड्रग्स को मेथ, ब्लू, आइस और क्रिस्टल भी कहते हैं। यह ज्यादातर रेव पार्टियों में उपयोग की जाती है।