पुलिस रोज उनकी तलाश में घर से लेकर दफ्तर तक जाती है, लेकिन सिद्धू के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पा रही है।
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बिहार पुलिस की एक टीम पिछले साल चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के एक मामले में कटिहार की अदालत द्वारा जारी समन कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू को सौंपने के लिए पंजाब में है।
कटिहार के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने कहा कि दो सदस्यीय टीम पिछले कुछ दिन से अमृतसर में सिद्धू के घर के बाहर बैठी है, लेकिन न तो सिद्धू वहां मौजूद हैं और न ही उनके कहने पर किसी और ने समन ग्रहण किया है।
नवजोत सिंह सिद्धू पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल 16 अप्रैल को कटिहार में चुनाव प्रचार ( election campaign ) के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था। सब इंस्पेक्टर जावेद अहमद और जनार्दन पिछले 4 दिनों से अमृतसर में सिद्धू से मिलना चाह रहे हैं, लेकिन हर रोज उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। सिद्धू अपने घर में हैं या नहीं किसी को इसकी कोई जानकारी नहीं है।
सिक्योरिटी गार्ड के पास भी नहीं जवाब
पुलिस से लेकर मीडिया तक जो भी सिद्धू के बारे में जानने के लिए उनके घर जाता है। सिक्योरिटी गार्ड उन्हें किसी से मिलने नहीं देते हैं। गार्ड कहते हैं कि उन्हें नहीं पता साहब कहां हैं। इस बीच अमृतसर के पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि स्थानीय पुलिस से बिहार पुलिस ने फिलहाल कोई संपर्क नहीं किया है।
बिहार के दोनों पुलिस अधिकारी फिलहाल वापस लौटने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि इस बारे में वे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के आदेशों का इंतजार कर रहे हैं।
चीन से चनाव के बीच नेपाल ने चली एक और बड़ी चाल, अब बिहार के एक हिस्से पर की अपनी दावेदारी बिहार में जिस समय मामला दर्ज हुआ था, उस समय सिद्धू को थाने से जमानत मिल गई थी। अब जमानत की अवधि समाप्त हो रही है। पुलिस के मुताबिक इस अवधि को बढ़ाने के लिए उन्हें जरूरी दस्तावेजों पर साइन चाहिए थे। उन्होंने बताया कि अगर सिद्धू के साइन नहीं मिले तो उनकी जमानत खत्म हो जाएगी।