घटना मंगलवार की रात की है। बुधवार की सुबह घटना की खबर आग की तरह फैल गई। जिसे भी इसकी जानकारी मिली, सिहर उठा। मिली जानकारी के मुताबिक तांत्रिक योगेंद्र पंडित और उसकी पत्नी मुनिया देवी पिछले कई वर्षों से तंत्र विद्या की सिद्धि में लगे हैं। दोनों आए दिन घर से बाहर ही रहते हैं। मंगलवार की सुबह दंपती ने घर पहुंचकर तंत्र साधना शुरू की। इसी दौरान उन्होंने चार साल के मासूम बेटे गुलिया कुमार के सिर में कील ठोक कर उसकी नरबलि दे डाली। इस घटना के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है।
अपने बेटे की बलि चढ़ाने वाला तांत्रिक पिता पहले भी एक शादी कर चुका था। पांच साल पहले उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। हालांकि उसकी भी सिर कटी लाश एक कुएं से मिली थी। पहली पत्नी से इस तांत्रिक को चार संतानें हैं। पास के गांव से तंत्र-मंत्र सीखने मुनिया नाम की शादीशुदा महिला तांत्रिक के पास आती थी, नजदीकियां बढ़ने के बाद दोनों ने शादी कर ली।
चार वर्ष पूर्व तांत्रिक दंपती को एक पुत्र पैदा हुआ था, जिसका नाम उन्होंने गुलिया रखा था। तांत्रिक ने उसी की नरबलि दी। तांत्रिक के पुत्र रामरतन ने बताया कि गुलिया उन लोगों के साथ ही रहता था। मंगलवार की दोपहर एक बजे पिता ने उसके छोटे भाई रामविलास को गुलिया के लिए बिस्कुट लाने को कहा था। बिस्कुट लाकर उसे देने के कुछ ही मिनट बाद गुलिया उनकी नजरों से गायब हो गया। बताया जाता है कि उसे नहला कर नया वस्त्र पहनाया गया था। उसके बाद अगरबत्ती व धूप जलाकर पूजा-अर्चना की गई थी।
दिल दहला देने वाली इस घटना को लेकर पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। थाना प्रभारी के मुताबिक उन्हें इस मामले की जानकारी ही नहीं है। हालांकि उन्होंने पुलिस को घटनास्थल पर भेज कर मामले की जांच कराने की बात कही है।