लॉकडाउन ने भले ही देश में कोरोना की रफ्तार को रोकने में बड़ी भूमिका निभाई हो, लेकिन इसका सीधा असर लोगों के रोजगार पर पड़ा है। लॉकडाउन के चलते लाखों लोगों को व्यवसाय खत्म हो गए। कई लोगों की नौकारियां या तो चली गईं या फिर उनका वेतन काफी कम कर दिया गया। यही हाल छोटे से लेकर बड़े कारोबारी का भी रहा। कमोबेश हर किसी को नुकसान झेलना पड़ा। लेकिन महाराष्ट्र ( Maharashtra ) के नागपुर ( Nagpur ) में दो व्यवसायियों ने अपने नुकसान की भरपाई के लिए कई वाहन की चुरा डाले। आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
अनलॉक-4 के बीच खुलने जा रहे हैं देशभर में सिनेमाघर! मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने उठाया ये बड़ा कदम दरअसल देश में लगाए गए लॉकडाउन ने कई लोगों के रोजगार को बड़ा झटका दिया। छोटे व्यापारियों की इस लॉकडाउन में कमर ही टूट गई। लेकिन महाराष्ट्र के दो व्यापारियों ने अपने नुकसान की भरपाई के लिए अपराध का रास्ता अपना लिया।
लॉकडाउन में आपने सुना भी होगा कि कई लोगों ने अपना व्यवसाय ही बदल दिया। लेकिन महाराष्ट्र के नागपुर के दो व्यापारियों ने तो अलग ही कदम उठा लिया। अपने व्यवसाय में होने वाले घाटे की वजह से चोरी करना शुरू कर दिया।
नागपुर के दो व्यवसायियों ने कुछ महीने पहले अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए कड़ी मेहनत की लेकिन कोरोना की वजह से पैदा हुए वित्तीय संकट ने उन्हें बड़ा झटका दे डाला। इस घाटे को कवर करने के लिए इन दोनों व्यापारियों ने दोपहिया वाहन को चुराना शुरू कर दिया था। सदर पुलिस थाने के निरीक्षक महेश बनसोदे के मुताबिक नागपुर पुलिस ने 27 वर्षीय मोनिश ददलानी और 22 वर्षीय विवेक सेवक गुमनानी को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि इन दोनों के पास से चोरी किए गए दस दोपहिया वाहन बरामद किए गए। व्यापारियों से बरामद वाहनों की कीमत करीब तीन लाख रुपए बताई जा रही है।
देशवासियों ने पसंद नहीं आ रही पीएम मोदी की मन की बात, शेयर करते ही लाखों लोगों ने कर दिया डिसलाइक इन दोनों ने लॉकडाउन के कारण व्यवसाय चौपट होने और ऋणों का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से दोपहिया वाहनों की चोरी की। फिलहाल पुलिस ने दोनों गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है।