तमिलनाडु: पति ने बोला- अब व्यभिचार नहीं अपराध तो पत्नी ने लगा लिया मौत को गले
दरअसल, यह मामला पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले से जुड़ा है। महिला का आरोप है कि 14 जुलाई को जब वह रोजाना की तरह जंगल में पत्तियां तोड़ने गई थी, तो पड़ोसी गांव के रहने वाले तीन लोगों ने उसको बुरी नीयत से पकड़ लिया। तीनों आरोपियों ने उसको डरा धमकार कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। घर लौट कर पीड़िता ने घटना की जानकारी अपने परिवार वालों को दी। जिस पर परिजनों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की। पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस 16 जुलाई केा तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिए। पुलिस के अनुसार पीड़िता के मेडिकल चेकअप में यौन शोषण की पुष्टि हुई।
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घटना के बाद 23 सितंबर को गांव में पंचायत बैठी, जिसमें पीड़िता पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया। पीड़िता के अनुसार उसने जब शिकायत वापसी से इनकार दिया तो पंचायत हमारे परिवार का सामाजिक बहिष्कार का फरमान जारी कर दिया। इस दौरान कहा गया कि जो पीड़िता के परिवार से बात करेगा उससे पांच हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। आपको बता दें कि पीड़ित शादी झारखंड निवासी शख्स से हुई थी। लेकिन पिछले कुछ समय से वह मायके में रह रही है। वही, गांव के कुछ लोग सामाजिक बहिष्कार जैसी किसी बात से इनकार कर रहे हैं। वही, 24 सितंबर को पीड़ित ने मदद के लिए जिला मजिस्ट्रेट मॉमिता गोदरा बसु से गुहार लगाई। पीड़िता ने बताया कि गांव वाले उसके परिवार को कुएं से पानी तक नहीं भरने दे रहे हैं।