ईडी से पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो ( CBI ) भी कार्रवाई कर चुकी है। सीबीआई ने गौतम थापर और अन्य के खिलाफ एफआईआर ( FIR ) दर्ज की थी।
वहीं सीबीआई ने इस सिलसिले में पिछले महीने यानी जून में दिल्ली एनसीआर, लखनऊ, सिकंदराबाद और कोलकाता सहित 14 स्थानों पर छापे मारे गए थे। जहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए थे।
गौतम थापर के साथ ही अन्य आरोपियों पर 466.15 करोड़ रुपए के सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के लिए आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और जालसाजी में शामिल होने का आरोप है।
दरअसल CBI) के अधिकारियों के मुताबिक बैंक के मुख्य सतर्कता अधिकारी आशीष विनोद जोशी की शिकायत पर गौतम थापर के साथ ही रघुबीर कुमार शर्मा, राजेंद्र कुमार मंगल, तापसी महाजन और उनकी कपंनियों ऑयस्टर बिल्डवैल प्रा.लि., अवंता रियल्टी प्रा.लि. और झाबुआ पॉवर लि. के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।