बताएं किस आधार पर बढ़ा दी फीस
जिले के जिन 12 स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने 10 प्रतिशत से ज्यादा और 15 प्रतिशत से कम यानी पिछले साल की तुलना में इतनी फीस बढ़ाई है। उनको नोटिस जारी करके तीन दिन का समय दिया है, कि वे इस फीस वृद्धि का आधार बताएं और जिला समिति के समक्ष संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करें। इस विषय में जब संबंधित जानकारी देंगे, उसके बाद जिला समिति फीस वृद्धि के बारे में अंतिम निर्णय लेगी। जिले का एक स्कूल ऐसा है जिसने 15 प्रतिशत से अधिक फीस पिछले साल की तुलना में बढ़ाई है, तो उस स्कूल को 3 दिन का नोटिस दिया है कि वह अपने आधार प्रस्तुत करें कि उन्होंने 15 प्रतिशत से अधिक पिछले साल से फीस क्यों बढ़ाई है। यह केस राज्य समिति के समक्ष भेजा जाएगा, क्योंकि यदि कोई स्कूल 15 प्रतिशत से अधिक फीस बढ़ा लेता है, तो इस संबंध में अंतिम निर्णय लेने के लिए राज्य सरकार अधिकृत है।
शहर के बड़े स्कूलों ने जानकारी नहीं देना समझा जरूरी
जिन स्कूलों ने एक महीने पहले जारी हुए नोटिस के बाद भी 2023-2024 और 24-25 की जानकारी नहीं दी है। उसमें शहर के बड़े स्कूल भी शामिल है। जिन्होंने इस बार 25 प्रतिशत तक राशि फीस में बढ़ा दी है। कलेक्टर ने 251 ऐसे स्कूल संचालकों को भी वार्निंग नोटिस जारी किए हैं, जिन्होंने 2023-24 वर्ष 2024-25 दोनों सालों की फीस की जानकारी डाटा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया है, ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलावा ऐसे 141 स्कूलों को भी नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने वर्ष 2024-25 के लिए जो फीस स्ट्रक्चर है, उसको पोर्टल पर अपलोड नहीं किया है। स्कूलों से अपेक्षा की गई है कि वे अगले 7 दिन के अंदर वर्ष 2024-25 की उनकी जो फीस संरचना है उसकी पूरी जानकारी नियम अनुसार अपलोड कर दें। समय पर जवाब नहीं मिलने पर स्कूलों के खिलाफ नियम के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी और शास्ति अधिरोपित की जाएगी।
अब होगी जुर्माना की कार्रवाई
जिन स्कूलों के विरुद्ध 15 प्रतिशत या उससे अधिक फीस की बढ़ोत्तरी की है। साथ ही पोर्टल पर जानकारी अपलोड कराई हैं। उनके नोटिस के जवाब यदि संतोषजनक नहीं मिलने पर जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही फीस भी कम करना होगा। फिलहाल जिन स्कूलों को नोटिस जारी हुए हैं उनमें सरस्वती स्कूल कैथोरा, केरबना, निबौराकलां, सेहरा, कानेटकर भवन दमोह, किंद्रहो, पथरिया के अलावा रानी अवंतीबाई इंग्लिस मीडियम केरबना, स्वामी विवेकानंद स्कूल मगरोन, संस्कार कांवेंट स्कूल भिलौनी, ज्ञान अमृत इंग्लिस मीडियम हिंडोरिया और सेंट नार्बर्ट स्कूल दमोह शामिल है।
वर्शन अधिनियम के अंतर्गत हम जिले के अंदर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने का काम कर रहे हैं, जिससे अभिभावकों को अनावश्यक रूप से और बिना किसी ठोस आधार के फीस वृद्धि का सामना न करना पड़े और इससे जुड़ी परेशानियों का सामना ना करना पड़े। स्कूल भी रेगुलेट रहे कि वे अपना हर साल का फीस स्ट्रक्चर इन नियमों के अंतर्गत ही पूरा तैयार करें और उसके अनुसार ही कार्रवार्र करें।
सुधीर कुमार कोचर, कलेक्टर दमोह