ये भी पढ़ें- Independence day 2021: कारगिल की जंग लड़ी अब करनी पड़ रही है गार्ड की नौकरी
आजादी की याद दिलाता है पीपल का पेड़
15 अगस्त 1947 के दिन जब भारत को आजादी मिली थी तो घटेरा गांव के रेलवे स्टेशन के पास आजादी का जश्न मनाते हुए एक पीपल का पौधा रोपा गया था जो आज भी एक विशाल वृक्ष बनकर आजादी की याद दिलाता है। उस ऐतिहासिक पल के साक्षी रहे बहुत ही कम लोग अब गांव में बचे हैं, जो लोग बचे हैं उन्होंने बताया कि पहले हर साल स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस पर पीपल के पेड़ के पास झंडा वंदन किया जाता था लेकिन धीरे-धीरे ये प्रथा बंद हो गई। गांव के बुजुर्ग लोगों ने बताया कि जब देश को आजादी मिली थी तो उसी दिन घटेरा रेलवे स्टेशन और व्यारमा नदी पर बने पुल के बीच पीपल का पौधा लगाया था और पास ही एक लकड़ी लगाकर तिरंगा फहराया गया था।
घटेरा में भी रहते थे अंग्रेज- बुजुर्ग ग्रामीण
रेलवे में कार्यरत रहे 90 वर्षीय सुल्तान सिंह ने बताया कि घटेरा में आजादी के पहले अंग्रेज भी रहा करते थे। जब 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ तो अंग्रेज गांव से चले गए और गांव में भी देश की आजादी का जश्न बड़ी धूमधाम से मनाया गया था। अंग्रेजों के जाने और देश के आजाद होने की खुशी में ग्रामीणों ने घटेरा रेलवे स्टेशन के कार्यालय और व्यारमा नदी पर बने पुल के बीच माता मंदिर के पास एक पीपल का पौधा आजादी की खुशी में रोपा था जो अब एक विशाल पेड़ हो चुका है और आज भी आजादी के उन गौरवांवित करने वाले अविस्मरणीय पलों को याद दिलाता है।
देखें वीडियो- 75वें स्वतंत्रता दिवस की धूम