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दमोह

लोगों को खुद की जान की भी नहीं परवाह

स्थिति उस समय अधिक खतरनाक होती है जब रेलवे ट्रेक स्कूली बच्चे पार करते हैं

दमोहNov 11, 2019 / 07:23 pm

pushpendra tiwari

लोगों को खुद की जान की भी नहीं परवाह

जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रेक को पार करते

दमोह. रेलवे स्टेशन के नजदीक पथरिया फाटक रेलवे क्रासिंग बंद होने के बावजूद भी यहां से लोगों का आवागमन बंद नहीं हुआ है। फाटक के दोनों तरफ बसे वार्डों के लोग जिनमें महिला, पुरुष बच्चे शामिल हैं वह अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रेक को पार करते हैं। जबकि कई इस मौके पर पूर्व में कई रेल की टक्कर से मौत होने की घटनाएं घटित हो चुकीं हैं। इसके बाद भी स्थिति जस की तस है। सोमवार की दोपहर करीब १२ बजे देखा गया कि दर्जनों लोग रेलवे ट्रेक को पार कर रहे थे। इनमें हर आयुवर्ग के लोग शामिल थे।
इन लोगों से बात की तो इन्होंने कहा कि इस रास्ते का वह रोज पार करते हैं इसलिए उन्हें अब डर नहीं लगता है। मौके पर कुछ स्कूली बच्चों को भी रेलवे ट्रेक पार करते हुए देखा गया। विदित हो कि हालही में रेलवे ट्रेक पार करने के दौरान लोको वार्ड निवासी एक युवक की रेल के इंजन की टक्कर लगने से मौत हो गई थी। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पथरिया फाटक को पार करने के लिए ओवर ब्रिज भी है। लेकिन टे्रक के नजदीक बसे लोको वार्ड व पथरिया फाटक के लोगों के द्वारा जल्दी के चक्कर में ओवर ब्रिज का उपयोग नहीं किया जाता है। लोको क्षेत्र में करीब पांच हजार से अधिक की आबादी रहती है। इनमें ९० फीसदी लोग रेलवे ट्रेक से होकर ही मुख्य बाजार की ओर आते हैं। रेलवे ओवर ब्रिज का उपयोग नहीं करने से भले ही इन लोगों को कुछ मिनटों की बचत हो जाती है। लेकिन रेलवे ट्रेक से निकलना कभी भी जानलेवा हो सकता है यह जानते हुए भी स्थानीय लोग अपनी आदत बदलने को तैयार नहीं हैं।

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