मजदूरों को महानगरों तक ले जाने वाहनों के आने का क्रम जारी
दमोह•Jul 12, 2020 / 10:06 pm•
Sanket Shrivastava
The order of vehicles carrying workers to the metros continues
दमोह. जिले में मजदूरी का टोटा बना हुआ है। वहीं महानगरों में काम बहुत है, लेकिन काम करने वाले कम। ऐसे में जिले के मजदूरों की मांग महानगरों में बढ़ रही है। शासन के वे तमाम दावे धरे रह गए जिनमें मजदूरों को उनके ही गांव में काम दिलाने की बात की जा रही थी। शासन द्वारा मजदूरों को काम दिलाने के लिए मनरेगा के तहत काम ही काम निकाले।
लेकिन अफसरों द्वारा उचित मॉनीटरिंग न किए जाने से मजदूरों के कामों पर मशीनों का जमकर उपयोग किया। जिससे मजदूर निराश हैं। दूसरे प्रांतों के बड़े.बड़े उद्योग इसी का फायदा उठाकर उद्योगों में मजदूरों की कमी को पूरा कर रहे हैं। जिला मुख्यालय पर आए दिन दूसरे प्रांतों से मजदूरों को लेने के लिए बसें भेजीं जा रहीं हैं।
शनिवार की देर शाम दो बसें शहर पहुंची। ये बसें मजदूरों को नोएडा लेकर गईं हैं। इस तरह जिले से महानगरों में मजदूरों को ले जाने क्रम लगातार बढ़ रहा है। दूसरे प्रांतों में जिले के मजदूरों की मांग का सबसे प्रमुख कारण यहां के मजदूर सस्ते में मिल जाते हैं।
जिससे महानगरों के उद्योगों के लिए जिले के मजदूरों पर हमेशा फोकस रहता है। यहां से मजदूरों को ले जाने का दूसरा प्रमुख कारण मजदूरों का मेहनती होना है। इस सब का फायदा महानगरों के उद्योग उठा रहे हैं। शासन एवं प्रशासन द्वारा ऐसा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है कि जिससे कि जिले के मजदूरों को यहीं हमेशा काम मिले।