बच्चों को वास्तव में प्रोत्साहन राशि मिली भी या नहीं
दंतेवाड़ा जिले की सच्चाई यह कि जो भी विद्यार्थी 10वीं व 12वीं बोर्ड कक्षाओं की मेरिट में आता है तो उसे शासन प्रशासन के द्वारा 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि दीपक बैज व दंतेवाड़ा के दिवंगत विधायक स्व भीमाराम मण्डावी के हाथों मंच से पुरुस्कार स्वरूप 8-8 हजार रुपये का डमी चेक दिलवाया गया था। डमी चेक प्राप्त करते हुए फोटो में जिले के कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित नगर पालिका अध्यक्ष के साथ अन्य कर्मचारी भी है। लेकिन किसी भी जवाबदेह अधिकारी ने यह पता करने की कोशिश तक नही की कि बच्चों को वास्तव में प्रोत्साहन राशि मिली भी या नहीं।
2017-18 की जिले की मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने पर दिया था डमी चेक
ईनाम की यह राशि एस्सार लिमिटेड कंपनी की ओर से दी जानी थी। बच्चे व उनके माता-पिता इनाम पाकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी ईनाम की राशि नहीं मिलने पर खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इसी तरह नगर का एक मामला मेधावी छात्रा नंदनी साठवाने का है जिनको 26 जनवरी के दिन 2017-18 की जिले की मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने पर आठ हजार रुपये का डमी चेक प्रोत्साहन स्वरूप दिया गया था। लेकिन चार माह बीतने के बाद भी ईनाम की राशि छात्रा के खाते में नहीं आई है। छात्रा की माता सुचित्रा साठवाने ने कहा कि शासन प्रशासन का यह रवैया शर्मनाक है। इससे बच्चों में निराशा है।