पुलिस नाट्य के जरिए ग्रामीणों को दिखा रही नक्सलवाद का असली चेहरा
पुलिस के आयोजित कार्यक्रम का नाम तेदमुन्ता बस्तर ‘ जागता बस्तर गों से विकास का साथ देने की बात और नक्सलवाद का साथ छोडऩे की बात
पुलिस द्वारा नाट्य मंडली की ओर से किया जा रहा है।
दोरनापाल .नक्सलियों के द्वारा ग्रामीणों को अपने विचारधारा से प्रभावित करने के लिए सीने दलम का उपयोग किया जाता रहा है।
जिसमे लोकल भाषा का उपयोग करते हुए नृत्य व गायन के माध्यम से लोगों को अपनी विचारधारा बताते आ रहे है।
इसी तर्ज पर अब जिला पुलिस बल दोरनापाल की ओर से भी हर साप्ताहिक बाजार व अंदरुनी गावों में जाकर नाट्य मण्डली द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
पुलिस के आयोजित कार्यक्रम का नाम तेदमुन्ता बस्तर ‘ जागता बस्तर’ रखा गया इसमें लोगों से विकास का साथ देने की बात और माओवाद का साथ छोडऩे की बात पुलिस द्वारा नाट्य मंडली की ओर से किया जा रहा है।
मंगलवार को पोलमपल्ली के साप्ताहिक बाजार में आयोजित किये गए कार्यक्रम में आस पास से आए ग्रामीणों ने कार्यक्रम देखा। दोरनापाल के एसडीओपी विवेक शुक्ला ने लोगों को समझाइस दिया की नक्सलवाद विकास में बाधक है।
उनका साथ छोड़कर विकास की राह को अपनाएं इससे क्षेत्र का का विकास होगा और शासन की सुविधा लोगों तक पहुंचेगी। कार्यक्म में दोरनापाल टीआई, पोलमपल्ली टीआई सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।