हाल के दिनों में संक्रमण काफी फैला है। देश के साथ जिले में भी मरीज बढ़े हैं। अब तक 23 मरीज आ चुके हैं लेकिन जिले में लॉकडाउन के बाद जारी प्रावधानों का पालन नहीं हो पा रहा है। शहर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। साथ ही लोगों को बाजार की सुविधा मिल सके इसके लिए सुबह पांच बजे से और रात के नौ बजे तक बाजार खुलने और हर तरह से आवाजाही के लिए छूट है . पर रात 9 बजे से सुबह के 5 बजे तक कफ्र्यू लगाया हुआ है ताकि दुकानदार व अन्य सभी लोग घरों मेंं रहें व बाजारों मेें भीड़ न रहे।
कलेक्टर रोहित सिंह ने करीब एक महीने पहले आदेश जारी किए थे लेकिन इन आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। हकीकत जानने के लिए पत्रिका टीम शनिवार की रात बाजार में पहुंची तो पाया कि लोग बेखौफ होकर इधर-उधर घूम रहे हैं । दुकानदार दुकानों पर बैठे हुए सामग्री बेच रहे वाहनों की आवाजाही चल रही है ।कहीं से भी नहीं लग रहा है कि शहर में कफ्र्यूू है।
इन स्थानों पर देर रात तक खुली थी दुकानें
पत्रिका टीम जब शहर के व्यस्ततम राजगढ़ चौराहे पर पहुंची तो यहां वाहनों की आवाजाही तो चल ही रही थी लोग भी बेखौफ होकर घूम रहे थे । किराना, मिठाई, दूध -दही ,चाट-पकोड़े ,सब्जी वाले सभी लोग अपना अपना कारोबार कर रहे थ।े इतना ही नहीं पुरानी कलेक्ट्रेट के पास भी तमाम दुकानें खुली हुई थीं । राजघाट तिराहे पर भी दुकानें व आसपास के होटल खुले हुए थे। नहीं था तो कोई पुलिसकर्मी या प्रशासन का अधिकारी कर्मचारी जो यह देख सके कि कफ्र्यू का उल्लंघन हो रहा है। एसडीएम दतिया अशोक सिंह चौहान का कहना है कि उन्हें पुलिस बल नहीं मिल रहा। है बिना फोर्स के कोई नहीं मानता।