पत्रिका प्रतिनिधि ने मंगलवार रात करीब १.३० बजे जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को जायजा लिया। इस दौरान कई समस्याएं मिलीं। नवीन ओपीडी ब्लॉक के सर्जिकल वार्ड में जब पत्रिका प्रतिनिधि पहुंचा तो सर्जिकल वार्ड में तो सन्नाटा पसरा हुआ था। मरीजों को अगर कोई समस्या आ जाए तो वार्ड में न तो कोई डॉक्टर ड्यूटी मौजूद मिला और न ही नर्सिंग स्टाफ। मरीजों की देखरेख के लिए वार्ड में एक वार्ड वॉय जरूर भी वह भी कुर्सियां मिला कर आराम से नींद में सोया हुआ था।
आप खुद ढूंढ़ लो व्हील चेयर
पत्रिका ने व्यवस्था परखने के लिए जब वार्ड बॉय को जगा कर पूछा कि व्हील चेयर की आवश्यकता है कहां मिलेगी। वार्ड बॉय का जवाब था कि आप ही देख लो व्हील चेयर कहां है हमारे पास तो नहीं है। स्टाफ के बारे में भी वार्ड बॉय कोई जवाब नहीं दे सका।
खुद के कंबल से बचा रहे थे सर्दी
वार्ड में मरीज भी आराम से अपने – अपने पलंग पर सो रहे थे। हालांकि मरीजों को अस्पताल प्रबंधन की ओर से सर्दी से बचाव के लिए दिए जाने वाले कंबल कहीं नजर नहीं आए। मरीज अपने घरों से लाए हुए कंबल ओढक़र सर्दी से बचाव करते नजर आए।
रात के समय वार्ड में स्टाफ क्यों नहीं था और जो भी समस्याएं आपने बताई हैं उनके बारे में पता करूंगा। वार्ड में स्टाफ तो होना चाहिए। इस मामले में पता करके कार्रवाई करूंगा
के के गुप्ता, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज