मामले को लेकर किरोडी़लाल मीना और हनुमान बेनीवाल व जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीना सहित 72 नामजद लोगों के खिलाफ मंगलवार देर रात मामला दर्ज हुआ। जानकारी के अनुसार, हत्या का प्रयास, राजकार्य मे बाधा, भीड़ जुटाकर दंगा फसाद और रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में बांदीकुई जीआरपी थाने में मामला दर्ज हुआ। इसके अलावा छह सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। केस रेलवे एक्ट 145, 153, 174 सहित 11 धाराओं में दर्ज किया गया है। दौसा पुलिस थाना अधिकारी कोतवाली ने परिवाद दर्ज करवाया है।
किरोड़ी ने मंगलवार को दौसा के संत सुंदरदास स्मारक के पास सभा की जिसमें पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ व हनुमान बेनीवाल भी शामिल हुए। दोपहर सवा तीन बजे किरोड़ी ने कलेक्ट्रट की तरफ चलने का ऐलान किया, बाद में वे समर्थकों संग दौसा शहर में प्रवेश कर गए। शहर के रेलवे ओवरब्रिज से होते हुए पुलिया के नीचे से रेलवे स्टेशन के पास ट्रेक पर पहुंचे, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया।
शाम करीब 5 बजे किरोड़ी समर्थकों ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। पुलिस ने रोका तो समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया । इसके बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए 20 मिनट तक लाठी भांजी, जिससे स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई। देखते ही देखते पूरा स्टेशन परिसर पत्थरों से पट गया, जिसमें कई लोग चोटिल हो गए।
समर्थकों की मांग थी कि अलवर एसपी, थानेदार व जांच अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए और सीएम अशोक गहलोत इस्तीफा दें। साथ ही मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ पीडि़ता को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाए। एसपी प्रहलाद सिंह कृष्णियां, एडीएम लोकेश कुमार मीना एवं एएसपी अनिल सिंह की टीम डॉ. किरोड़ीलाल मीना, हनुमान बेनीवाल व जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीना समेत कुछ समर्थकों को कोतवाली लेकर पहुंची जहां धारा 129 के तहत सभी को गिरफ्तार कर जमानत पर छोड़ दिया। कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी भी इस दौरान मौजूद रहे।