जानकारी के अनुसार किसानों को दिन में बिजली देने के सरकार के आदेश के बाद अब दो ब्लॉक में किसानों को बिजली आपूर्ति की जा रही है। पहला ब्लॉक सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक व दूसरा ब्लॉक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलता है। इसके चलते पहले व दूसरे ब्लाक की 11 से 3 बजे तक की चार घंटे बिजली आपूर्ति एक साथ होने से जिले सहित अन्य जिलों में जा रही पावर लाइन पर एक साथ भार आता है।
किस लाइन पर अधिक लोड : पावर ग्रिड जीएसएस बस्सी से 220 केवी जीएसएस दौसा, सिकराय, हिण्डौन, नदबई व सवाईमाधोपुर की बिजली आपूर्ति हो रही है। इस पावर लाइन की क्षमता 450 मेगावाट है। दिन में इस लाइन पर सुबह 11 बजे से 3 बजे तक 600 मेगावाट तक लोड आता है। क्षमता से करीब 150 मेगावाट का भार बढऩे से निगम अधिकारी लाइन को बचाने के लिए बार-बार एक-एक जीएसएस की आपूर्ति में कटौती कर बिजली आपूर्ति कर रहे हैं। इसी प्रकार पावर ग्रेड जीएसएस अलवर से 220 केवी जीएसएस मण्डावर, पावर ग्रेड अन्ता से 220 केवी जीएसएस लालसोट में बिजली आपूर्ति हो रही है। इन दोनों जीएसएस पर पावर लाइन की दूरी अधिक होने से वोल्टेज कम आने के कारण बिजली कटौती की समस्या आ रही है।
विद्युत निगम ने अन्ता व धौलपुर गैस पावर प्लांट वर्तमान में बंद कर रखे हैं। अगर ये दोनों बिजली प्लांट को किसानों के बिजली आपूर्ति के समय चालू कर दिया जाए तो पावर लाइनों पर भार बढऩे व कम वोल्टेज की समस्या दूर हो जाएगी। इससे वर्तमान में किसानों की बिजली कटौती की पड़ रही मार से निजात मिलने के साथ ही एक साथ छह घंटे बिजली आपूर्ति मिलेगी।
दिन में बिजली आपूर्ति करने पर तीन ब्लॉक की जगह पर अब दो ब्लॉक में बिजली आपूर्ति करने से पावर लाइनों पर क्षमता से अधिक लोड आ रहा है। पावर लाइन बचाने के लिए कई बार कटौती कर भार को सेट करना पड़ता है।
महेन्द्र नागर,
अधिशासी अभियन्ता
220 केवी जीएसएस प्रसारण दौसा