Villagers protested for water problem मजबूरन लोगों को डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी लाकर घरेलू काम निपटाने पड़ रहे हैं। वहीं जेब ढीली करके टैंकर मंगवाकर प्यास बुझानी पड़ रही है। कई बार जलदाय विभाग व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी सरकारी नलकूप का निर्माण कराए जाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। ग्रामीणों की कोई भी सुनने वाला नहीं है। उन्होंने बताया कि गांव में करीब डेढ़ सौ से अधिक मवेशी हैं, लेकिन इन मवेशियों के लिए भी पानी का संकट बना हुआ है। ऐसे में यदि कार्रवाई नहीं हुई तो आन्दोलन पर उतारू होना पड़ेगा। इस मौके पर प्रमोद कुमार, पतासी देवी, रमेशी देवी, माया देवी, केसंती देवी, बीना देवी, रामोती देवी एवं धापा देवी ने भी खाली बर्तन लेकर विरोध जताया।
Villagers protested for water problem
पेयजल संकट से त्रस्त महिलाओं ने जताया विरोध
मण्डावर. गांव मण्डावर की दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने पेयजल संकट से त्रस्त होकर सोमवार को पानी की टंकी पर चढ़कर जलदाय विभाग के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। ग्रामीण कैलाश ठेकेदार ने बताया कि करीब 15-20 दिन से नलों में पानी नहीं आने से परेशान ग्रामीणों ने कई बार विभाग में समस्या बताई, लेकिन कोईसुनवाई नहीं हुई। 15-20 दिन में पानी आता है। इससे बैरवा मोहल्ला, इमली मोहल्ला, जोशी मोहल्ला, ठोड़ी का बास सहित गांव मण्डावर में पानी की किल्लत बनी हुई है। महिलाओं के टंकी पर चढऩे की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी लाल सिंह मय जाप्ते के पहुंचे।
थाना प्रभारी ने जल्द जलापूर्ति का आश्वासन देकर महिलाओं को नीचे उतारा। थाना प्रभारी ने मोबाइल पर जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता महाराज सिंह से बात की। इस पर अभियंता ने मोहल्ले में पानी की सप्लाई तुरन्त चालू कराई। अभियंता ने बताया कि बिजली निगम द्वारा नए ट्यूबवैल का कनेक्शन करने में लापरवाही की जा रही है। इससे लोगों को पानी की समस्या हो रही है। थाना प्रभारी ने बिजली निगम के एईएन से मोबाइल पर बात की। एईएन ने जल्दी कनेक्शन करने का आश्वासन दिया।
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