लंबे समय से जमे पुलिसकर्मी बना लेते हैं अपने नेटवर्क जिले के विभिन्न थानों और कोतवाली पर जमे कुछ एसआई, हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल थानों का कामकाज प्रभावित करते थे। थानों के प्रभारी बदलने के बाद भी उनका जलवा कायम रहता और नए थानाध्यक्ष के आने पर कुछ ही दिनों में उनके भी खास बन जाते। उनके ही इशारे पर थाना चलता था तथा क्षेत्र के खास लोग अक्सर थाने में उनसे ही मिलने आते थे। यह पुलिस कर्मी पहुंच के बल पर थानों का कार्य प्रभावित करते थे। वह फरियादियों के बीच अपने को इस तरह दिखाते हैं जैसे उनकी मर्जी के बिना थाने में कुछ नहीं होता है। मामलों की डिलिंग करने में उनकी अहम भूमिका होती है।
शिकायत मिलने पर IG गोरखपुर ने दिया जांच का निर्देश शिकायत मिलने पर आईजी जे रविन्द्र गौड़ ने सभी पुलिस अधीक्षकों को गोपनीय रूप से ऐसे पुलिस कर्मियों की जांच कराकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने LIU से थानों पर तैनात ऐसे पुलिस कर्मियों की जांच कराई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार की रात को एसपी संकल्प शर्मा ने 60 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की।
कुछ और दरोगाओं पर हो सकती है कार्रवाई जिले के कुछ और एसआई पर भी कार्रवाई हो सकती है। ऐसे सब इंसपेक्टरों की सूची भी तैयार की जा रही है जो अपने हित में थानों का कार्य प्रभावित करते हैं। गोपनीय रूप से ऐसे एसआई की रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है। ऐसे पुलिस कर्मियों को चिन्हित करने के लिए एलआइयू द्वारा जांच के विभिन्न तरीकों को अपनाया जा रहा है। थाना क्षेत्र के बड़े चर्चित मामलों में पुलिस कर्मियों की भूमिका ब्योरा लिया गया है।
SP संकल्प शर्मा
एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि बेहतर पुलिसिंग के लिए आईजी सर के निर्देश पर रिपोर्ट मंगाई गई है। इसके आधार पर 51पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। आगे भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी।