बरोठा स्वास्थ्य विभाग की टीम व आसपास से स्वास्थ्य कर्मचारी पहुंचे और तुंरत उपचार शुरू किया। हालत गंभीर होती देख 40 लोगों को देवास रैफर किया गया। कुछ घंटे के उपचार के बाद ये लोग स्वस्थ हो गए। इनमें से अधिकांश को रात में ही डिस्चार्ज कर दिया गया। दूसरे दिन सोमवार को पूरे गांव में टीमों ने 230 घरों का सर्वे किया। वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पहुंचकर सैंपल लिए।
सोमवार को कोई नया केस नहीं मिला
सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा ने बताया 40 लोगों को जिला अस्पताल रैफर किया गया था। व्यक्तियों को समय पर उपचार मिलने से स्थिति नियंत्रण में है। वहीं बरोठा बीएमओ डॉ. धर्मेंद्र चौधरी ने बताया स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा घरघर जाकर सावधानी की दृष्टि से सोमवार को 230 घरों का भ्रमण कर करीब 1000 जनसंख्या का सर्वे किया। फूड पॉइजनिंग के बाद 262 रोगियों का उपचार किया गया था। अभी कोई भी व्यक्ति गंभीर नहीं है। सोमवार को कोई भी नया केस सामने नहीं आया है।
बरोठा से करीब 8 किमी दूर ग्राम गुराड़ियाभील में रविवार दोपहर में कान्हा व योगेश नाम के युवकों के विवाह समारोह का सामूहिक भोजन था। इसमें गांव सहित आसपास के लोग व रिश्तेदार आदि बड़ी संख्या में शािमल हुए थे। इनमें से कुछ लोगों की तबीयत शाम को बिगड़ना शुरू हुई जिनका गांव के स्तर पर निजी डॉक्टर के यहां उपचार करवाया गया। इसके बाद एकाएक मरीजों की संख्या बढ़ती गई और फिर बरोठा से स्वास्थ्य टीम ताबड़तोड़ पहुंची, जहां रात करीब 9 से 12 बजे तक उपचार किया गया।
अधिकांश मरीजों को उल्टीदस्त, पेट दर्द, गैस की शिकायत थी। कुछ बुजुर्ग मरीजों का घरघर जाकर उपचार किया गया। अधिक बीमार होने की हालत में करीब 40 लोगों को निजी साधनों से देवास जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ घंटे के उपचार के बाद यह लोग सामान्य होने लगे। जिला अस्पताल में एकसाथ अधिक मरीज आने से अलग से डॉक्टरों व स्टॉफ के इंतजाम किए गए। हालांकि फूड पॉइजनिंग किस सामग्री से हुई यह स्पष्ट नहीं हो सका है। सोमवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम पहुंची और शादी में बनाई गई मिठाई व अन्य सामग्री के सैंपल लिए गए। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेंद्र ठाकुर ने बताया सैंपल जांच के लिए भोपाल भिजवाए जा रहे हैं, रिपोर्ट आने के बाद फूड पॉइजनिंग वाली सामग्री का पता लगेगा।