हरणगांव/कन्नौद. खातेगांव वन परिक्षेत्र के सब रैंज चंद्रपुरा के पलासी कक्ष क्र. 234 व 235 की सीमा पर नाले के पास शिकारियों ने तेंदुए का शिकार कर उसकी खाल उतार ली और चारों पैरों के पंजे काटकर ले गए। गुरुवार सुबह जानकारी मिलते ही वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की।
देवास व सीहोर जिले के जंगल की सीमा से लगे वन परिक्षेत्र चंदपुरा सबरैंज के पलासी के जंगल मे तेंदुए का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। अज्ञात लोगों ने उसकी खाल, दांत व नाखून निकाल लिए। ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र में जादू-टोना करने वाले शिकारियों या तस्करी करने वाले गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया है। रूपसिंह पिता धन्नालाल गवली, श्रीकिशन उईके निवासी पलासी व अशोक पिता रमेश मेहता ने बताया कि तीन-चार दिन पूर्व एक तेंदुए को पानी पीते समय देखा था, जो लंगड़ाते हुए चल रहा था। संभवत: यह शव उसी तेंदुए का होगा।
गुरुवार सुबह करीब 8 बजे चरवाहों ने मृत तेंदुए का शव देख ग्रामीणों को खबर दी और ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर वन अमले ने मौका पंचनामा बनाया। वन संरक्षक पीएस चंपावत ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। मौके पर ही पशु चिकित्सा अधिकारी जेपी यादव ने तेंदुए के शव का पीएम किया। इसके बाद वन विभाग ने शव का दाह संस्कार कर दिया। भोपाल से आए डॉग स्क्वॉड ने भी अपने स्तर पर जांच की, किंतु खबर लिखे जाने तक तेंदुए को मारने के कारणों का पता नहीं चल सका था। चंपावत ने बताया कि नर तेंदुआ था, जो करीब सात वर्ष का था। उसका शव दो दिन पूर्व का होना प्रतीत होता है। बुधवार रात अज्ञात लोगों ने उसकी खाल, दांत व नाखून निकाले होंगे। पीएम रिपोर्ट और जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। चरवाहों के कहने पर तेंदुए के शव को मुकेश यादव, सुंदरलाल शिवरा, कमलेश जोशी, प्रेमनारायण यादव, सुरेश विश्वकर्मा व विजय यादव निवासी ग्राम पलासी ने सुबह जंगल में देखकर वन विभाग को सूचना दी थी। इस अवसर पर एसडीओ एसएल यादव, खिवनी अभयारण्य अधीक्षक जीएस सिसौदिया, वन परिक्षेत्राधिकारी आरएस सिसौदिया, वंदना ठाकुर, खिवनी के रैंजर एएस निगम एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
वन विभाग की टीम ने किया अंतिम संस्कार
इससे पहले देवास जिले के जंगल में एक बाघ व तेंदुआ मृत अवस्था में वन विभाग को मिला था। उदयनगर के जंगल में मृत बाघ के शव से बदमाशों ने दांत, नाखून व बाल उखड़ लिए थे, जो जांच के बाद पकड़े गए थे। देवास रैंज की सोनकच्छ बीट में पहाड़ी पर डेढ़ माह पहले एक मृत तेंदुआ मिला था, जिसका अंतिम संस्कार वन विभाग की टीम ने जांच के बाद किया था। बार-बार मिल रहे वन्यप्राणियों के शव से साफ जाहिर होता है कि देवास के जंगल में जंगली जानवरों की संख्या बढ़ती जा रही है। वन्यप्राणियों पर शिकारियों की भी पैनी नजर है। विभाग के अधिकारियों ने इस मामले को लेकर पलासी सहित आसपास के गांवों में पूछताछ शुरू कर दी है। जिले के जंगलों में आए दिन हो रही तेंदुओं की हत्या पर पर्यावरण प्रेमियों ने चिंता व्यक्त करते हुए वन विभाग से इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेने और वन्य प्राणियों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।