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VIDEO ड्यूटी समय में गायब मिले 15 डॉक्टर, अब लगेगी शिकायत पेटी

– पत्रिका ने एक दिन पूर्व उठाया था लापरवाही का मुद््दा, निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम

देवासMay 04, 2019 / 08:24 pm

Amit S mandloi

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देवास. जिला अस्पताल में लापरवाही खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पत्रिका ने लापरवाही को लेकर शुक्रवार को गंभीर मरीज को वक्त पर नहीं मिल सकता इलाज, क्योंकि ये जिला अस्पताल है…शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। शनिवार को मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम जीवनसिंह रजक ने सुबह 8.30 बजे पहुंचकर जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में एक बार फिर उनके सामने अस्पताल में चल रही लापरवाही की पोल खुल गई। कई डॉक्टर निरीक्षण में गायब मिले, अन्य अव्यवस्थाएं भी मिली। नाराज एसडीएम ने गायब डॉक्टरों को शोकाज नोटिस जारी किया है। मरीजों की सुविधा के लिए शिकायत पेटी भी लगाने के निर्देश दिए। परेशानी होने पर मरीज व उनके परिजन सीएमएचओ, एसडीएम व तहसलीदार से सीधे फोन कर बात कर सके इसके लिए इन अधिकारियों के नंबर भी अस्पताल परिसर में अंकित होंगे।
ओपीडी के समय नहीं मिले डॉक्टर

जिला अस्पताल में ओपीडी का समय सुबह 8 से 1 बजे तक रहता है। ओपीडी के समय सैकड़ों मरीज इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचते है। ये मरीज पहले पर्ची बनाने के लिए लाइन में लगते है व उसके बाद डॉक्टर के कक्ष के बाहर उनका नंबर लगता है। शनिवार को कई लोग इलाज कराने तो पहुंचे, लेकिन उन्हें डॉक्टर ही नहीं मिले। करीब 15 डॉक्टर ओपीडी के समय गायब थे। एसडीएम जीवनसिंह रजक जब औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे तो ये लापरवाही भी उनके सामने आ गई। एक-एक कर जब वे हाजिरी रजिस्टर से डॉक्टरों की उपस्थिति का मिलान करने लगे तो 15 डॉक्टर मौजूद ही नहीं थे। नाराज एसडीम ने इन सभी को शोकाज नोटिस जारी किया है।
प्रसूता वार्ड में पूछा कोई पैसे तो नहीं मांगता

जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में सबसे अधिक पैसे मांगने की शिकायत पहुंचती है। कई बार इस कारण विवाद की स्थिति भी बनी है। एसडीएम रजक ने यहां पर प्रसूताओं के परिजन से चर्चा की व पूछा कि कोई पैसे तो नहीं मांगता, हालाकि किसी ने कोई शिकायत नहीं करी।
इमरजेंसी गेट तक नहीं आए वाहन, ऑटो भी हटेंगे

जिला अस्पताल के इमरजेंसी गेट तक लोग अपने वाहन पार्किंग कर जाते है। इमरजेंसी गेट तक वाहनों की पार्किंग होने से कई बार गंभीर मरीजों को लेकर पहुंचा वाहन गेट से कुछ दूरी पर ही फंस जाता है। वाहन के नहीं निकलने से कई बार इलाज में भी देरी होती है। इस लापरवाही तरफ भी एसडीएम ने ध्यान देते हुए पार्किंग के कर्मचारियों को सख्त हिदायत जारी करी है। पार्किंग संचालक से कहा गया है कि अगर वाहनों की पार्किंग इमरजेंसी गेट पर मिली तो तुम्हारे खिलाफ भी एफआईआर दर्ज होगी। साथ ही हिदायत दी कि ऑटो भी अब पार्किंग स्थल के अंदर ही खड़े होंगे।
जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया था। ड्यूटी समय में 15 डॉक्टर अनुुपस्थित थे, इन्हें शोकाज नोटिस दिया जाएगा। प्रसूता वार्ड से पैसा मांगने की शिकायत लगातार मिल रही थी। लेकिन पूछताछ में ऐसा कुछ नहीं मिला। साफ सफाई पहले से बेहतर मिली है। जिला अस्पताल में अब शिकायत नंबर लगवाए जाएंगे जिस पर एसडीएम, तहसीलदार सीएमएचओ के नंबर अंकित रहेंगे। साथ ही हर वार्ड के बाहर शिकायत पेटी भी लगाई जाएगी जो हमारे एक्जिक्यूटिव मजिस्ट्रेट के समक्ष ही खुलेगी।
जीवनसिंह रजक
एसडीएम देवास
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patrika IMAGE CREDIT: patrika
लॉड्री वाला बोला छह माह से नहीं मिला पैसा

एसडीएम के पहुंचने की सूचना पर जिला अस्पताल में ठेके पर लॉड्री चला रहा व्यक्ति भी पहुंचा। ठेकेदार ने एसडीएम से कहा कि उसे पिछले छह माह से एक भी पैसा नहीं दिया गया है। आज 80 हजार रुपए का बकाया हो गया। सिविल सर्जन से जब एसडीएम ने पैसा भुगतान करने को कहा तो उन्होंने कहा कि अभी आगे से ही पैसा नहीं आया। बोले की हम अपनी तरफ से अगर दे तो अभी सिर्फ 12 हजार रुपए का भुगतान कर सकते हैं।
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