आधुनिक सुविधाओं वाले इस तपोधाम में चार बीघा क्षेत्र में गोशाला का निर्माण होगा। साथ ही ब्रह्मभाग में बन रहा विशाल लोटस आकार का स्वाध्याय केन्द्र मुख्य आकर्षण होगा। गजकेसरी तपोधाम निर्माण समिति के उपाध्यक्ष सुरेशचन्द ललवाणी के साथ वसईराज राका, पारसमल बोहरा, कोषाध्यक्ष प्रकाशचन्द पुंगलिया, मंत्री शांतिलाल सिंघवी, मार्गदर्शक मंडल के शांतिलाल ललवाणी एवं महिला सदस्याएं रविवार को यहां पहुंचीं।
बायोगैस प्लांट की बिजली से रोशन होगा तपोधाम निर्माण समिति के उपाध्यक्ष ललवाणी ने तपोधाम के मॉडल के माध्यम से बताया कि आठ बीघा क्षेत्र में बन रहे तपोधाम में चार बीघा रकबे में गोशाला का निर्माण होगा। गोशाला में लगने वाले बायोगैस प्लांट से उत्पन्न होने वाली बिजली से तपोधाम रोशन होगा। साथ ही सम्पूर्ण परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगेगा। बारिश का पानी विशाल टांकों में संग्रहित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ब्रह्मभाग में निर्माणाधीन विशाल लोटस आकार के स्वाध्याय केन्द्र के गर्भगृह में ब्रह्मलीन गजकेसरी गणेशमल महाराज की रज का कलश स्थापित किया जा चुका है। गर्ग ने भी दिए सुझाव
विधि राज्य मंत्री गर्ग ने भी मॉडल को देख कर उसमें कुछ सुविधाएं और बढ़ाने की राय दी, जिसे कार्यकारी समिति ने प्रस्ताव के रूप में ले लिया। तपोधाम को आकर्षक बनाने के लिए यहां विभिन्न प्रकार के पेड़, लताएं आदि लगाई जाएंगी तथा रंगीन रोशनी के साथ तपोधाम परिसर में गौरवपथ के रूप में सड़क का निर्माण होगा।
चेन्नई से सोमवार को भी श्रीसंघ यहां पहुंचेगा और सामयिक एवं स्वाध्याय करेगा। रविवार को उपाध्यक्ष सुरेशचन्द ललवाणी एवं उनकी पत्नी लक्ष्मीदेवी, वसईराज रांका एवं उनकी पत्नी कमलाबाई तथा पारसमल बोहरा एवं उनकी पत्नी प्रकाश बाई ने गजकेसरी धाम में स्थापित किए गए रज कलश की पूजा-अर्चना की।